रिसाली। शासकीय नवीन महाविद्यालय रिसाली में आज दिनांक 21 जून 2025 को प्रातः 7 बजे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” रही। कार्यक्रम का नेतृत्व महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो. नूतन कुमार देवांगन एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. वेदप्रकाश सिंह के मार्गदर्शन में किया गया।
प्राचार्य प्रो. नूतन कुमार देवांगन ने अपने उद्बोधन में कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक और मानसिक अनुशासन है, जो शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं ताकि वे स्वस्थ, जागरूक और सशक्त नागरिक बन सकें।
कार्यक्रम के दौरान योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से ताड़ासन, वज्रासन, मयूरासन, वक्रासन आदि सम्मिलित थे। साथ ही प्राणायाम के अंतर्गत अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति का अभ्यास कराया गया।
कार्यक्रम में प्रो. वेदप्रकाश सिंह ने प्रमुख वक्ता के रूप में योग एवं ध्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नियमित योगाभ्यास व्यक्ति को नकारात्मक भावनाओं, भय, क्रोध, चिंता एवं अवसाद से मुक्त करता है तथा सकारात्मकता, आत्मविश्वास एवं मानसिक स्पष्टता को विकसित करता है। उन्होंने योग को जीवनशैली का अनिवार्य अंग बनाने पर बल दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. नागरत्ना गनवीर, प्रो. लिनेंद्र कुमार वर्मा, प्रो. विनीता, श्री गुलशन देवांगन, श्री सुखनंदन साहू सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को योग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक व आत्मिक रूप से स्वस्थ बनाना और “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के संकल्प को साकार करना रहा।