
दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के आईक्यूएसी एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ दुर्ग विश्वविद्यालय, परिक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 30.10. 2025 को छत्तीसगढ़ की भारतीय ज्ञान परंपरा सृजन और संरक्षण की अंतर यात्रा विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि माननीय उच्चशिक्षा मंत्री श्री टंकराम जी वर्मा, विशिष्ट अतिथि श्री महेन्द्र कपूर माननीय राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, प्रोफेसर राजीव प्रकाश निदेशक, आईआईटी भिलाई, एवं डॉ. संजय तिवारी, कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग तथा मुख्य वक्ता डॉ. सी.डी. आगासे, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, श्री शशांक शर्मा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी रायपुर, श्री रामनाथ कश्यप, प्रांत संगठन मंत्री, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम छत्तीसगढ़ एवं डॉ. राजेश पाण्डेय, पूर्व क्षेत्रीय अपर संचालक, दुर्ग संभाग, दुर्ग होंगे। इस संगोष्ठी में छत्तीसगढ़ की जनजातियों के पारंपारिक ज्ञान, प्रकृति से उनकी सहभागिता, छत्तीसगढ़ की पारंपरिक एवं जैविक खेती की विधियां, लोक पर्व एवं वाचिक परंपरायें, सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण, पारंपरिक शिल्प, लोक गीत, लोक साहित्य एवं लोक गाथाओं तथा छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक संत परंपरा, छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों में ज्ञान परंपरा तथा छत्तीसगढ़ के जनजातियों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन पर विषय विशेषज्ञों द्वारा इन विषयों पर व्याख्यान दिये जायेंगे एवं विस्तारपूर्वक चर्चा की जायेगी। इस संगोष्ठी के संरक्षक डॉ. अजय कुमार सिंह, प्राचार्य, संयोजक डॉ. प्रज्ञा कुलकर्णी एवं आयोजन सचिव डॉ. अम्बरीश त्रिपाठी हैं।
इस संगोष्ठी में देश-प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों एवं अन्य संस्थानों से लगभग 150 प्रतिभागियों एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के उपस्थित रहने की संभावना है। यह संगोष्ठी निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के विकास एवं परंपरा को समझने में नयी पीढ़ी के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

