ये है दुनिया के 10 सबसे कमजोर करेंसी,इस देश की स्थिति सबसे खराब

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हर देश की मुद्रा उसकी आर्थिक स्थिति को दर्शाती है। अगर किसी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, तो उसकी करेंसी की वैल्यू भी ज्यादा होती है। लेकिन कुछ देशों की मुद्राएं इतनी कमजोर हैं कि 1 भारतीय रुपया वहां की सैकड़ों या हजारों यूनिट के बराबर होता है।

इसका कारण आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय दबाव हो सकता है। हाल ही में Forbes ने सबसे कमजोर मुद्राओं की लिस्ट जारी की है, जिसमें पाकिस्तान नहीं, बल्कि एक और देश सबसे नीचे है। आइए जानते हैं दुनिया की 10 सबसे कमजोर मुद्राओं के बारे में।

ईरानी रियाल (IRR) – 1 INR = 497 IRR

ईरानी रियाल दुनिया की सबसे कमजोर मुद्रा है। ईरान की अर्थव्यवस्था पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और राजनीतिक अस्थिरता का बुरा असर पड़ा है। इसके अलावा बढ़ती महंगाई और अमेरिका तथा अन्य देशों के साथ तनाव ने भी इसकी कीमत गिरा दी है।

वियतनामी डोंग (VND) – 1 INR = 299 VND

वियतनामी डोंग लंबे समय से कमजोर मुद्रा बनी हुई है। वियतनाम की अर्थव्यवस्था में स्थिरता के बावजूद, इसकी मुद्रा की कीमत बहुत कम है। इसका मुख्य कारण इसका नियंत्रित विनिमय दर प्रणाली और वैश्विक बाजार में कमजोर स्थिति है।

सिएरा लियोनियन लियोन (SLL) – 1 INR = 268 SLL

सिएरा लियोन की मुद्रा भी दुनिया की सबसे कमजोर मुद्राओं में से एक है। यह देश लंबे समय तक गृहयुद्ध, राजनीतिक अस्थिरता, गरीबी और 2014 की इबोला महामारी जैसी समस्याओं से जूझता रहा है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।

लाओशियन किप (LAK) – 1 INR = 259 LAK

लाओस की मुद्रा बहुत कमजोर है क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था बहुत छोटी है और यह बाहरी निवेश तथा विदेशी सहायता पर निर्भर करती है। देश में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट का स्तर भी बहुत कम है, जिससे मुद्रा का मूल्य गिरा हुआ है।

इंडोनेशियाई रुपिया (IDR) – 1 INR = 188 IDR

इंडोनेशियाई रुपिया की कमजोरी का मुख्य कारण प्राकृतिक संसाधनों की कीमतों में गिरावट है। इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से टूरिज्म, तेल, गैस और कोयले पर निर्भर है, लेकिन इनकी कीमतों में गिरावट के कारण देश की मुद्रा कमजोर हो गई है।

उज्बेकिस्तानी सोम (UZS) – 1 INR = 151 UZS

उज्बेकिस्तान में सरकार द्वारा नियंत्रित अर्थव्यवस्था से मुक्त बाजार की ओर परिवर्तन किया जा रहा है। इस बदलाव के कारण शुरुआत में मुद्रा की कीमत गिर गई है, क्योंकि निवेशक और व्यापारी नई नीतियों को लेकर असमंजस में हैं।

गिनीयन फ्रैंक (GNF) – 1 INR = 101 GNF

गिनी की मुद्रा भी काफी कमजोर है। देश में लगातार राजनीतिक अस्थिरता, भ्रष्टाचार और धीमी आर्थिक वृद्धि के कारण गिनीयन फ्रैंक का मूल्य गिरता जा रहा है।

पराग्वेयन गुआरानी (PYG) – 1 INR = 92 PYG

पराग्वे की अर्थव्यवस्था में गरीबी, बेरोजगारी और उच्च मुद्रास्फीति (महंगाई) जैसी समस्याएँ बनी हुई हैं। इन आर्थिक मुद्दों के कारण पराग्वेयन गुआरानी की कीमत दुनिया की अन्य मुद्राओं की तुलना में बहुत कम है।

कंबोडियाई रियाल (KHR) – 1 INR = 47.67 KHR

कंबोडिया की मुद्रा इतनी कमजोर है कि देश में ज्यादातर लोग और पर्यटक अमेरिकी डॉलर का उपयोग करना पसंद करते हैं। स्थानीय बाजारों में भी रियाल की तुलना में डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है, जिससे इसकी मांग और मूल्य कम हो गया है।

युगांडाई शिलिंग (USH) – 1 INR = 43 UGX

युगांडा की मुद्रा वर्षों से कमजोर बनी हुई है। 1970 के दशक में इदी अमीन के शासनकाल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचा था, जिससे आज तक युगांडाई शिलिंग पूरी तरह उबर नहीं पाया है।

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