Durg Cyber ठगी: फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर उड़ाए बुजुर्ग महिला के 22 लाख

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Newsd

दुर्ग, 6 जुलाई 2025:

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक 79 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ साइबर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जोन 01, न्यू आदर्श नगर निवासी सुभाषीनी जैम्स को फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर एक ठग ने 22 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया। इस मामले में थाना पदमनाभपुर में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर की धोखाधड़ी

सुभाषीनी जैम्स ने अपनी शिकायत में बताया कि 1 जुलाई 2025 को सुबह 9 बजे उनके व्हाट्सएप पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस स्टेशन का CBI अधिकारी बताया और दावा किया कि उनके बैंक खाते में हवाला के 6 करोड़ 80 लाख रुपये जमा किए गए हैं। आरोपी ने धमकी दी कि अगर वह जांच के लिए मुंबई नहीं आईं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।79 वर्षीय सुभाषीनी, जो अकेले रहती हैं और जिनकी दो बेटियां बाहर रहती हैं, इस धमकी से डर गईं। उन्होंने बताया कि वह अपने उम्र के कारण मुंबई नहीं जा सकतीं। इसके बाद आरोपी ने वीडियो कॉल के जरिए एक व्यक्ति से बात कराई, जो पुलिस अधिकारी की वर्दी में था। उसने मदद का भरोसा दिलाते हुए उनके Fixed deposit (एफडी) के बारे में पूछा।

फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़कर ट्रांसफर किए 22 लाख

आरोपी ने सुभाषीनी को उनके इंडियन पोस्ट बैंक में मौजूद फिक्स्ड डिपॉजिट को तोड़ने और एक खाते में पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया। उसने दावा किया कि यह राशि 24 घंटे में वापस कर दी जाएगी और एफडी तोड़ने का नुकसान भी सरकार द्वारा पूरा किया जाएगा। आरोपी ने IndusInd बैंक के खाता संख्या और खाताधारक अजय जुनवई का विवरण देते हुए पैसे ट्रांसफर करने को कहा।

डर के मारे सुभाषीनी ने 1 जुलाई 2025 को दोपहर 3:30 बजे दुर्ग के इंडियन पोस्ट ऑफिस जाकर अपनी एफडी तोड़ी और दो बार में 12 लाख और 10 लाख रुपये, कुल 22 लाख रुपये RTGS के जरिए आरोपी के खाते में ट्रांसफर कर दिए।

बार-बार पैसे की मांग से ठगी का खुलासा बहन के बेटे की मदद से

3 जुलाई को आरोपी ने फिर से फोन कर सुभाषीनी से उनके AU बैंक में मौजूद एफडी को तोड़कर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया। सुभाषीनी ने AU बैंक की दूरी का हवाला देकर मना कर दिया। 4 जुलाई को सुबह 10 बजे फिर से व्हाट्सएप कॉल आने पर सुभाषीनी ने अपने बहन के बेटे प्रतुल दास को बुलाया और उससे बात कराई। प्रतुल की मदद से उन्हें ठगी का पता चला, जिसके बाद उन्होंने थाना पदमनाभपुर में शिकायत दर्ज की।

पुलिस ने दर्ज किया मामला

पुलिस ने सुभाषीनी के आवेदन के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत अपराध दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मोबाइल नंबर और खाता नंबर के धारक ने फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश जारी है।

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