रायपुर, छत्तीसगढ़ | सहायक शिक्षक भर्ती 2023 की प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब और नियुक्तियों में ठोस प्रगति न होने से नाराज डीएलएड एवं TET उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने आंदोलन का रास्ता चुना है। अभ्यर्थियों ने तीन दिवसीय चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा करते हुए शिक्षा विभाग एवं राज्य सरकार से छठवें चरण की काउंसलिंग शीघ्र प्रारंभ करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि मांगें शीघ्र पूरी नहीं हुईं, तो वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को बाध्य होंगे।
शिक्षक भर्ती 2023 के अंतर्गत अब तक पांच चरणों में काउंसलिंग आयोजित की गई है, जिसमें 2615 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया था। इनमें से केवल 1299 पदों पर ही नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण हो पाई है, जबकि 1316 पद अब भी रिक्त हैं। इसके अतिरिक्त पूर्व चरणों में भी 984 पदों पर चयन नहीं हो सका था, जिससे लगभग 2300 पद अब तक खाली हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि विभाग से बार-बार संपर्क और ज्ञापन देने के बावजूद केवल आश्वासन मिल रहा है, जबकि भर्ती की वैधता 1 जुलाई 2025 तक ही सीमित है। डीएलएड अभ्यर्थी शैलेन्द्र साहू ने कहा कि योग्य अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका है और भर्ती प्रक्रिया में देरी से मानसिक एवं आर्थिक संकट गहरा रहा है।
आंदोलन में शामिल महिला अभ्यर्थियों ने भी अपनी व्यथा जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने TET और D.Ed जैसी कठिन परीक्षाएं पास की हैं, लेकिन बार-बार नियुक्ति के लिए भटकना पड़ रहा है।
अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें:
- शिक्षक भर्ती 2023 के छठवें चरण की काउंसलिंग अविलंब प्रारंभ की जाए।
- सभी रिक्त पदों पर शीघ्र चयन प्रक्रिया पूर्ण की जाए।
- भर्ती की वैधता समाप्त होने से पहले सभी चरण पूरे किए जाएं।
- शिक्षा विभाग अभ्यर्थियों के भविष्य को लेकर स्पष्ट और समयबद्ध कार्ययोजना जारी करे।
यदि सरकार द्वारा समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो अभ्यर्थी बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। यह केवल रोजगार की मांग नहीं, बल्कि योग्यताधारी युवाओं के भविष्य की लड़ाई है।


