-नो अर्थ नो बर्थ, पेड़ लगाना है पृथ्वी को बचाना है
दुर्ग। पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय दुर्ग में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर छात्रों में ड्राइंग बनाकर और स्लोगन लिखकर के जन जागरूकता का मैसेज संदेश दिया। छात्रों ने अपील की कि हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए और प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करना चाहिए। इस अवसर पर पेड़ों का क्यूआर कोड बारकोड तैयार करने का छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया। यह आयोजन विज्ञान विभाग के गीता माली एवं राजेश कुमार के द्वारा किया गया। विद्यालय में स्थित 50 से अधिक पौधों का क्यूआर कोड बनाया गया। उल्लेखनीय है कि क्यू आर कोड के माध्यम से स्कैन करके पेड़ों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इस अवसर पर प्राचार्य उमाशंकर मिश्रा ने कहा-हम सबको पृथ्वी को बचाने के मूवी में आगे आना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। हमने विद्यालय में छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया है कि वह अपने जन्मदिन पर एक पेड़ जरूर लगाए। अगर यह संकल्प शहर गांव और देश का हर व्यक्ति ले ले तो यह प्रकृति हरी-भरी हो सकती है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ अजय आर्य ने किया। उन्होंने कहा बदला है मौसम बदली फिजा है। अपनी ही गलती की खुद को सजा है। विश्व पृथ्वी दिवस पर प्लास्टिक के कम से कम उपयोग करने, झोले को अपने दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाकर, पेड़ लगाकर पेड़ों की देखभाल करके हम पृथ्वी को बचाने की दिशा में सार्थक पहल कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रतीकात्मक रूप से प्राचार्य महोदय ने छात्र-छात्राओं को गुलमोहर का पेड़ उपहार स्वरूप भेंट किया और कहा- छोटे पेड़ लगाने से अच्छा है कि हम बड़े-बड़े पेड़ लगाए। इन पेड़ों की उम्र अधिक होती है और ऑक्सीजन देने की क्षमता भी अधिक होती है। अगर हमारे घर में जगह नहीं है तो हम अपने कॉलोनी में गार्डन में सड़कों के किनारे नदी के किनारे खेत खलिहान में पेड़ लगा सकते हैं।
