दुर्ग ।छत्तीसगढ़ में अचानक बदले मौसम ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बेमौसम बरसात, आंधी-तूफान और वज्रपात ने प्रदेश के कई जिलों में तबाही मचाई है। पिछले तीन दिनों से जारी इस मौसम की मार ने अब तक 7 लोगों की जान ले ली है, जबकि कई लोग घायल हो चुके हैं।
कोरबा में वज्रपात से दो की मौत, 5 घायल:
रविवार को कोरबा में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए। इसी दौरान आंधी-तूफान के चलते कोरबा के एक राइस मिल में निर्माणाधीन दीवार ढहने से मलबे में दबकर दो मजदूरों की जान चली गई और 6 अन्य घायल हो गए।
बलरामपुर, MCB और कोंडागांव में भी मौतें:
पिछले चार दिनों में वज्रपात से बलरामपुर, MCB और कोंडागांव में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी:
मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण यह बदलाव हुआ है। राज्य के उत्तरी हिस्सों में तापमान में 5 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है। अगले चार दिनों के लिए सरगुजा संभाग और आसपास के जिलों में यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश का आंकड़ा:
रायगढ़ के कापू में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 51.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। रायपुर और दुर्ग में भी हल्की बारिश हुई है, जबकि बस्तर संभाग में हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं।
सावधानी बरतें:
प्रशासन ने लोगों से आंधी-तूफान और वज्रपात के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने और सावधान रहने की अपील की है। अनिश्चित मौसम से बचाव के लिए सतर्क रहें और मौसम विभाग की गाइडलाइंस का पालन करें।**