
दुर्ग-भिलाई, 9 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मानव तस्करी और देहव्यापार के गंभीर मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने गुरुवार को दो महिलाओं को नाबालिग लड़की को देहव्यापार में धकेलने के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी महिलाएं उरला क्षेत्र की रहने वाली बताई जा रही हैं। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, पीड़िता मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले की रहने वाली है। नवरात्रि के दौरान वह मैहर दर्शन के बहाने घर से निकली थी। मेला समाप्त होने के बाद कटनी रेलवे स्टेशन पर उसकी मुलाकात एक महिला प्रीति से हुई, जिसने उसे दुर्ग में नौकरी दिलाने का लालच दिया। भरोसा जताकर पीड़िता उसके साथ दुर्ग आ गई।
आपत्तिजनक फोटो खींचकर किया ब्लैकमेल
पीड़िता के मुताबिक, दुर्ग पहुंचने के बाद प्रीति ने उसकी आपत्तिजनक तस्वीरें खींचीं और उन्हें दूसरों को भेजना शुरू कर दिया। इसके बाद उसे एक घर में बंद कर देहव्यापार के लिए दबाव डाला गया। विरोध करने पर आरोपी महिलाएं उस पर शारीरिक और मानसिक दबाव बनाती रहीं। किसी तरह मौका पाकर पीड़िता कमरे से बाहर निकली और मोहन नगर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
कई धाराओं में मामला दर्ज, दोनों गिरफ्तार
पुलिस ने शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 137(2), 98, 64(2), 115(2), 3(5), पॉक्सो एक्ट की धारा 4 और 6, तथा अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की धारा 3, 4, 5, 7 के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घेराबंदी कर मुख्य आरोपी प्रीति बेसरा (22 वर्ष) और सीमा सोनी (47 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों ने अपराध कबूल कर लिया है।
पीड़िता को दी जा रही सहायता
थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और उसे मनोवैज्ञानिक परामर्श सहित सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है ताकि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों तक भी पहुंचा जा सके।