
राजनांदगांव। जिले के गातापार क्षेत्र के अंदरूनी गांव लिमउटोला में मृत्युभोज के बाद बड़ा हादसा हो गया। विषाक्त भोजन खाने से दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीण बीमार पड़ गए, जबकि एक व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। गंभीर हालत में तीन लोगों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
मामले का विवरण
जानकारी के मुताबिक, 29 अक्टूबर को गांव में 50 वर्षीय गायत्री नामक महिला की मृत्यु के बाद पारंपरिक रूप से मृत्युभोज का आयोजन किया गया था। भोज में गांव और आसपास के ग्रामीण शामिल हुए थे। भोजन के कुछ घंटे बाद ही कई लोगों को उल्टी-दस्त और पेट दर्द की शिकायत होने लगी।

एक की मौत
बीमार लोगों को पहले खैरागढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान समारू गोंड नामक युवक की मौत हो गई। वहीं, गंभीर रूप से बीमार अमरिका बाई (50 वर्ष) और उसके बेटे गुप्तेश्वर धुर्वे (20 वर्ष) को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
स्थिति नियंत्रण में — सीएमएचओ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ डॉ. आशीष शर्मा) ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी प्रभावित ग्रामीणों की जांच और उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में 7 से अधिक मरीज खैरागढ़ अस्पताल में भर्ती हैं, जिनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर भोजन के नमूने जांच के लिए भेजे हैं, ताकि विषाक्तता के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। फिलहाल गांव में किसी नए मरीज के सामने आने की सूचना नहीं है ।


