
दुर्ग/भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। भिलाई के एक मॉल में फिल्म देखने पहुंची महिला के साथ ट्रांसपोर्टर ने सीट को लेकर विवाद के दौरान न केवल छेड़छाड़ की बल्कि विरोध करने पर उसके पति और बेटे की जमकर पिटाई कर दी। मामला बढ़ने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी और उसके साथी पुलिसकर्मियों से भी भिड़ गए। इस दौरान एक आरक्षक का हाथ फ्रैक्चर हो गया और मुंशी की उंगली टूट गई।
घटना स्मृति नगर चौकी क्षेत्र की है। पुलिस ने दबंग ट्रांसपोर्टर सुजीत साव और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर गुरुवार (23 अक्टूबर) को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
🎬 सीट विवाद से शुरू हुआ मामला
22 अक्टूबर की रात दुर्ग निवासी एक महिला अपने पति और बेटे के साथ भिलाई के मॉल के सिनेमा हॉल में मूवी देखने पहुंची थी। इसी दौरान कोहका निवासी ट्रांसपोर्टर सुजीत साव अपने रिश्तेदारों के साथ वहीं फिल्म देखने आया। सीट पर बैठने को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। इसी बीच सुजीत ने महिला के साथ छेड़छाड़ कर दी। विरोध करने पर महिला थिएटर से बाहर निकल आई और पुलिस को सूचना दी।
🚨 मॉल के बाहर भी की मारपीट
सूचना पर स्मृति नगर चौकी की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले आरोपी ने मॉल के बाहर महिला के बेटे पर हमला कर दिया। सुजीत ने अपने साथियों को भी बुला लिया था, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और बीच-बचाव कर रहे प्रधान आरक्षक पंकज चौबे से धक्का-मुक्की की।
🏢 थाने में भी जारी रही गुंडागर्दी
पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़कर चौकी लाया, लेकिन वहां भी उनकी दबंगई कम नहीं हुई। आरोपियों ने चौकी में घुसकर आरक्षक कौशलेंद्र और मुंशी आत्माराम कोसले पर हमला कर दिया। इस दौरान आरक्षक कौशलेंद्र का हाथ फ्रैक्चर हो गया और आत्माराम की उंगली टूट गई।
🧑✈️ पुलिस ने दिखाई सख्ती
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत साव (49), सुजीत कुमार (32), शिवपूजन कुमार (20), सागर साव (29) और जिगर साव (28) शामिल हैं। सभी ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया।
📹 सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
मॉल और चौकी दोनों स्थानों पर हुई मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुकी है। देर रात करीब 11 बजे से 1 बजे तक मॉल और चौकी में हंगामा चलता रहा। पुलिस ने घटना के बाद इलाके में आरोपियों का जुलूस निकालकर उन्हें कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

