
रायपुर। रायपुर पुलिस ने डेढ़ साल पुराने एक अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुए हत्या को आत्महत्या का रूप देने वाले आरोपी पति और बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। जनवरी 2024 में खमतराई थाना क्षेत्र के उरकुरा में हुई कांति साहू की मौत के मामले में वैज्ञानिक साक्ष्यों, विशेषकर DNA रिपोर्ट ने अहम भूमिका निभाई, जिसके बाद आरोपी पिता-पुत्र ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
मामला 29 जनवरी 2024 का है, जब खमतराई पुलिस को उरकुरा निवासी 44 वर्षीय कांति साहू की मौत की सूचना मिली थी, जो प्रथम दृष्टया फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला लग रहा था। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस पूरे मामले की दिशा बदल दी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मृतिका के शरीर पर 13 जगहों पर चोट के निशान थे और उसकी मौत दम घुटने (गला दबाने) से हुई थी।
शक के घेरे में थे पति और बेटा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर खमतराई पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला (अपराध क्रमांक 419/24) दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने मृतिका के पति डोमार सिंह साहू और बेटे धरम राज साहू से कई बार पूछताछ की। दोनों लगातार अपने बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे, जिससे पुलिस का शक उन पर गहराता गया।
DNA टेस्ट बना निर्णायक सबूत
पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का सहारा लिया। मृतिका के नाखूनों के सैंपल और अन्य बिसरा जांच के लिए भेजे गए। वहीं, संदेह के आधार पर आरोपी पति डोमार साहू और बेटे धरम राज साहू का भी DNA सैंपल लिया गया। हाल ही में आई DNA जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि मृतिका के नाखूनों में मिले DNA सैंपल आरोपियों के DNA प्रोफाइल से मेल खाते हैं, जो हत्या से पहले हुए संघर्ष की ओर इशारा कर रहा था।
पूछताछ में कबूला जुर्म
इस पुख्ता वैज्ञानिक सबूत के आधार पर जब पुलिस ने दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की, तो वे टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि आपसी घरेलू विवाद के चलते उन्होंने पहले कांति साहू के साथ मारपीट की और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या को आत्महत्या का रूप देने और पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया था।
पुलिस ने दोनों आरोपियों 51 वर्षीय डोमार सिंह साहू और 25 वर्षीय धरम राज साहू को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की है।