दुर्ग !शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा ग्राम पंचायत बोड़ेगांव में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह शिविर 21 मार्च से 27 मार्च तक चला, जिसमें स्वयंसेवकों ने स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता, नशा मुक्ति, डिजिटल शिक्षा, नारी सशक्तिकरण, स्त्री स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण तथा आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता अभियान चलाए।
इस दौरान विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने ग्रामवासियों और स्वयंसेवकों को संबोधित किया तथा ग्राम सरपंच श्रीमती पप्पी भूपेंद्र टंडन एवं पंच श्री भूपेंद्र टंडन सहित समस्त ग्रामवासियों का सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
सरपंच टंडन ने इस सकारात्मक पहल से प्रभावित होकर अगले वर्ष भी शिविर आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया।शिविर के अंतिम दिन कैम्प फायर का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य शिविर के दौरान आई चुनौतियों को पीछे छोड़कर नई ऊर्जा और उत्साह के साथ समाज में लौटना था। इस अवसर पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. भूपेंद्र कुलदीप ने अपने ओजस्वी उद्बोधन से ग्रामवासियों और स्वयंसेवकों को प्रेरित किया।
इस सात दिवसीय शिविर को सफल बनाने में डॉ. कुंदन जांगड़े, डॉ. निखिल देशलहरा एवं सहायक कार्यक्रम अधिकारी सुदेश साहू का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। इसके अलावा महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अभिनेष सुराना, डॉ. जी. एस. ठाकुर, क्रीड़ाधिकारी लक्ष्मेंद्र कुलदीप की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही।कार्यक्रम अधिकारी तरुण साहू ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और प्राचार्य की अनुमति से शिविर के समापन की घोषणा की। इसके बाद स्वयंसेवकों ने गांव में विभिन्न वेशभूषाओं और झांकियों के साथ सांस्कृतिक रैली निकालकर जागरूकता फैलाई।शिविर के दौरान डॉ. श्रीनिवास देशमुख, डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ कु पद्मावती, डॉ ज्योति धारकर, डॉ. अरविंद शुक्ला, डॉ. प्रदीप जांगड़े, डॉ. मोतीराम साहू, डॉ. प्रशांत दुबे और शाहबाज अली ने भी उपस्थित होकर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। स्वयंसेवक मोरध्वज, ऋतिक, सतएक, पोखराज ने नेतृत्व किया, वहीं तोषण, टुकेश, मिनेश, द्रविन, दीपांकर, मो. आदिल, हरीश, किशन, हिमांशु, राजेश सहित अन्य स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी ने शिविर को सफल बनाया।




