
बलरामपुर 9 अगस्त 2025। छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों में शराबी शिक्षकों की मनमानी थमने का नाम ही नही ले रहा है। ताजा मामला बलरामपुर जिले का है, यहां स्कूल के प्रधान पाठक शराब के नशे में बोल-बम लिखा टी शर्ट और बालमुड़ा पहनकर स्कूल आ गये। हद तो तब हो गयी, जब शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की जगह स्कूल के टेबल पर पैर रखकर बैठे नजर आये। शिक्षक की इस हरकत पर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होने दलील दी कि…मेरा इलाज चल रहा है। फ्रैक्चर है, इसलिए डॉक्टर ने दवा के रूप में 100-200 ग्राम रोज पीने को कहा है। अगर शराब नही पिऊंगा तो चल भी नही पाऊंगा।
शराबी हेडमास्टर की ये करतूत बलरामपुर जिला के वाड्रफनगर विकासखंड का है। बताया जा रहा है कि यहां के रूपपुर प्राइमरी स्कूल में मनमोहन सिंह हेडमास्टर के पद पर पदस्थ है। शुक्रवार को वह शराब के नशे में स्कूल पहुंचे थे। स्कूल पहुंचने के बाद कक्षा में बच्चों के सामने टेबल पर दोनों पैर रखकर आराम फरमाते दिखे। बोल बम लिखा टी शर्ट और हाफ पैंट पहनकर स्कूल पहुंचे हेडमास्टर साहब इस दौरान नशे की हालत में बच्चों को पढ़ाने भी लगे। हेडमास्टर की इस हरकत को देखने के बाद ग्रामीण स्कूल पहुंचे।
ग्रामीणों ने जब हेडमास्टर मनमोहन सिंह से ऐसी हालत के बारे में सवाल किया, तो उन्होने बताया कि उनको फ्रैक्चर है, इलाज चल रहा है। शिक्षक ने बताया कि डॉक्टर ने दवा के रूप में 100-200 ग्राम रोज पीने की सलाह दी है। अगर शराब नही पिऊंगा तो चल भी नही पाऊंगा। आपको बता दे रूपपुर प्राइमरी स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 40 से ज्यादा है। यहां हेडमास्टर के अलावे एक अन्य शिक्षक पदस्थ हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हेडमास्टर अकसर शराब पीकर स्कूल पहुंचते है। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इससे परेशान ग्रामीणों ने पहले कई बार शिकायत की, लेकिन हेडमास्टर पर कार्रवाई नहीं हो सकी है।
पहले ही भी 2 बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन कोई सुधार नही
बताया जा रहा है कि शराबी हेडमास्टर की इस करतूत को लेकर पहले भी दो बार नोटिस जारी किया जा चुका है। लेकिन उनकी आदतों में सुधार नही हो सका। अब एक बार फिर मनमोहन सिंह की इस हरकत पर नाराज ग्रामीण कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बीईओ ने जांच कर रिपोर्ट डीईओ और कलेक्टर बलरामपुर को भेजा है। बीईओं ने बताया कि शराबी हेडमास्टर को सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है।