सोने का हंडा” निकला मिट्टी का घड़ा: तांत्रिक के झांसे में आकर बैंककर्मी ने गंवाए 14 लाख, 2 साल बाद आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में अंधविश्वास और लालच ने एक पढ़े-लिखे बैंक कर्मचारी को ऐसी ठगी का शिकार बना दिया, जो शायद किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगती। कोरबा जिले के नकटीखार गांव का रहने वाला नरेश पटेल खुद को ‘तांत्रिक’ बताकर लोगों को झांसे में लेता था। उसका दावा था कि वह जमीन में गड़ा खजाना (हंडा) निकाल सकता है और उसे तंत्र-मंत्र से सोने में बदल सकता है।
कैसे हुआ ठगी का जाल बिछाया गया?
साल 2022 में सूरजपुर जिले के रमकोला थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम खोंड़ निवासी बैंककर्मी अभिषेक प्रताप सिंह की मुलाकात बैंक में विमल सिंह ठाकुर से हुई। विमल ने अभिषेक को बताया कि वह एक ऐसे तांत्रिक को जानता है, जो उसे रातोंरात करोड़पति बना सकता है। यह सुनते ही अभिषेक के मन में लालच घर कर गया।
विमल ने नरेश पटेल और एक अन्य साथी मनोज कुमार के साथ मिलकर योजना रची। तीनों सूरजपुर पहुंचे और अभिषेक के घर विशेष पूजा-पाठ की तैयारी की। नरेश ने जमीन से एक हंडा निकाला और दावा किया कि उसे एक कमरे में रखकर खास पूजा की जाएगी, जिसके बाद वह हंडा सोने का हो जाएगा।
धोखे का पर्दाफाश
कुछ दिन बाद जब अभिषेक ने हंडा चेक किया, तो उसमें केवल मिट्टी ही मिली। खुद को ठगा महसूस कर उसने रमकोला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन मुख्य आरोपी नरेश फरार हो गया।
दो साल बाद गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुराने मामलों की समीक्षा करते हुए नरेश की तलाश तेज कर दी। थाना प्रभारी विमलेश दुबे के नेतृत्व में गठित टीम ने कोरबा जिले के नकटीखार से आरोपी नरेश पटेल को गिरफ्तार कर लिया।
सबक क्या है?
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा और पद चाहे जो भी हो, अगर व्यक्ति लालच और अंधविश्वास में बह जाए, तो धोखा तय है। भारत जैसे देश में, जहां आध्यात्मिकता की गहरी जड़ें हैं, वहां अंधविश्वास का फायदा उठाकर कई कथित तांत्रिक लोगों को शिकार बनाते हैं।