
दुर्ग | पुलगांव थाना क्षेत्र में साल 2020 में हुई बकरी लूट की चर्चित वारदात का चौथा आरोपी आखिरकार पांच साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी अरमान खान (27) घटना के बाद से फरार था और पहचान छुपाकर छिंदवाड़ा में रह रहा था, जहां वह ऑटो चलाकर जीवन यापन कर रहा था। विशेष पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे छिंदवाड़ा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया।
क्या था मामला?
24 सितंबर 2020 को महमरा कॉलेज के पास एक बुजुर्ग अपनी बकरियां चरा रहा था। इसी दौरान ऑटो में सवार चार लोगों ने बुजुर्ग को घेरकर मारपीट की और उसकी दो बकरियां लूटकर मौके से फरार हो गए। घटना के बाद तीन आरोपियों—सलीम खान उर्फ सोनू, आसिफ अली और संतोष कुमार साहू—को पुलिस ने तुरंत पकड़ लिया था। उनसे दोनों बकरियां भी बरामद कर ली गई थीं और तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया था।
चार में से एक बचा आरोपी छिंदवाड़ा में था छिपा
वारदात में शामिल चौथा आरोपी अरमान खान ऑटो चलाकर मौके से भाग निकला था और पांच साल तक पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा। उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर मामले में धारा 173(8) के तहत चालान पेश किया गया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वह बैल बाजार, छिंदवाड़ा में नया नाम बताकर रह रहा है और वहीं ऑटो चला रहा है।
बस स्टैंड पर दबिश देकर पुलिस ने पकड़ा
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद पुलगांव थाना प्रभारी और अंजोरा चौकी प्रभारी की टीम छिंदवाड़ा रवाना हुई। बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्रों में गोपनीय तरीके से खोजबीन की गई। पुलिस को जैसे ही आरोपी की सही जानकारी मिली, टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपराध कबूल कर लिया।
आरोपी ने यह भी बताया कि वारदात में इस्तेमाल हुआ ऑटो वर्तमान में थाना पुरानी भिलाई में एक एक्सीडेंट केस के तहत जब्त है। पुलिस ने आरोपी को विधि अनुसार गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
