
रायपुर 17 सितंबर 2025। सुप्रीम कोर्ट द्वारा देश भर के समस्त शिक्षको के लिए टी.ई.टी.परीक्षा की अनिवार्यता को लेकर जारी आदेश के खिलाफ देश भर के शिक्षक एकजुट हो रहे हैं। विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी इस निर्णय से शिक्षको की पदोन्नति सहित सेवा समाप्ति का खतरा भी मंडराने लगा है। शिक्षको की भर्ती के समय उनकी सेवा शर्तों में टेट की अनिवार्यता नही होने से नौकरी में आये प्राथमिक माध्यमिक संवर्ग के शिक्षको पर अब इतने वर्षों बाद टेट की बाध्यता लागू कर देना सर्वथा अनुचित है।
इसके खिलाफ में पूरे देश के शिक्षक संघटनो ने अब एक होकर विरोध करने व माननीय उच्चतम न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का निर्णय लिया है। गत दिवस ऑनलाइन जूम मीटिंग के माध्यम से एकत्रित हुवे जिसमे छत्तीसगढ़ के संयुक्त शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केदार जैन सहित, बिहार,झारखंड,उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र,राजस्थान,मध्यप्रदेश,पश्चिम बंगाल,उड़ीसा,दिल्ली,सहित अन्य राज्यो के शिक्षक संगठनों के प्रांताध्यक्षों ने बैठक में निर्णय लिया है कि 5 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में बैठक कर राष्ट्रीय स्तर पर एक साथ शिक्षक आंदोलन की व्यापक रणनीति बनाई जाएगी। बैठक के पश्चात 6 अक्टूबर को NCTE को दिल्ली में ही ज्ञापन सौंपा भी जाएगा।
उक्ताशय की जानकारी देते हुवे छ ग प्रदेश सँयुक्त शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी द्वय अमित दुबे और कमलेश गावड़े ने बताया कि सँयुक्त शिक्षक संघ के प्रान्तध्यक्ष केदार जैन जो कि स्वयं माध्यमिक शाला के शिक्षक हैं उन्होंने छ.ग.के समस्त माध्यमिक प्राथमिक शिक्षकों के संगठित प्रांताध्यक्षों से अपील किया है कि वे सभी 5 अक्टूबर के दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय शिक्षक संघो की बैठक में शामिल होकर शिक्षक हित में एकजुटता के सहभागी बने।