
दुर्ग/भिलाई |
भिलाई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में मध्यप्रदेश के छात्र सौमिल साहू की अचानक मौत के बाद संस्थान में हड़कंप मच गया है। छात्र की मौत के बाद से दो दिनों से कैंपस में विद्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। आरोप है कि संस्थान के हेल्थ सेंटर में इलाज में लापरवाही बरती गई, जिसके चलते सौमिल की जान चली गई।
🩺 बिना जांच के दी दवा, बिगड़ी तबीयत
छात्रों का कहना है कि सौमिल चार बार हेल्थ सेंटर गया था, लेकिन तीन बार डॉक्टर अनुपस्थित रहे। चौथी बार जब डॉक्टर मिले तो उन्होंने बिना जांच किए पैरासिटामॉल और ओआरएस देकर लौटा दिया। अगले दिन उसकी हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
दूसरी ओर, उसी दिन एक और छात्र की तबीयत खराब हुई थी, जिसे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
⚖️ 9 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए IIT प्रबंधन ने 9 सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जिसमें एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि, और छात्र प्रतिनिधि शामिल हैं।
यह समिति 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी और यह जांच करेगी कि लापरवाही किस स्तर पर हुई तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या सुधार जरूरी हैं।
🏥 हेल्थ सेंटर पर छात्रों का आरोप
छात्रों ने आरोप लगाया कि हेल्थ सेंटर में 24 घंटे डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहते और न ही बेसिक उपकरण सही स्थिति में हैं।
एक छात्र ने बताया,
“ऑक्सीमीटर खराब था, बीपी मशीन काम नहीं कर रही थी। आपात स्थिति में कोई मेडिकल सहायता नहीं मिलती।”
इन आरोपों ने संस्थान की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
