
दो बार होगा आंतरिक मूल्यांकन, विषय भी खुद ही चुनने होंगे
दुर्ग।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने प्राइवेट छात्रों के लिए परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव किया है। अब विश्वविद्यालय से प्रथम सेमेस्टर में प्राइवेट छात्र के रूप में परीक्षा देने के लिए पहले पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। बिना पंजीयन के कोई भी छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेगा।
इस संबंध में विश्वविद्यालय द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं, जो संभाग के 161 महाविद्यालयों में लागू होंगे। छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पंजीयन कराना होगा और इसके बाद उन्हें पूरे सेमेस्टर की पढ़ाई, आंतरिक मूल्यांकन और विषय चयन की प्रक्रिया में भाग लेना अनिवार्य होगा।
अब तक प्राइवेट छात्र सीधे परीक्षा में शामिल होते थे, लेकिन नए नियम के तहत उन्हें कॉलेज जाकर अध्ययन करना होगा और वर्ष में दो बार आंतरिक मूल्यांकन में भी सम्मिलित होना पड़ेगा।
नई व्यवस्था की मुख्य बातें:
विषय चयन: छात्र अब डिसिप्लिनरी, जनरल इलेक्ट्रिव, स्किल्ड और रिक्शा इलेक्ट्रिव कोर्स में से विषय चुन सकेंगे।
कोर्स वितरण: नए शैक्षणिक सत्र में प्रत्येक छात्र को मुख्य विषय के अलावा अन्य वैकल्पिक विषयों का भी चयन करना होगा।
आंतरिक मूल्यांकन: पूरे वर्ष में दो बार मूल्यांकन परीक्षा देनी होगी। इसके अंक अंतिम परीक्षा में जोड़े जाएंगे।