
भिलाई गोलीकांड मामले में पुलिस जांच के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। यह घटना कोई सामान्य आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि पुरानी रंजिश के चलते की गई सोची-समझी साजिश थी। पुलिस ने हिरासत में लिए गए संदिग्ध करण साव से पूछताछ में पता लगाया कि उसने झारखंड से तीन शूटर किराए पर बुलवाए थे, जिनमें से दो ने मिलकर विकास प्रजापति पर फायरिंग की।
घटना जामुल थाना क्षेत्र में हुई, जहां शूटर मौके का फायदा उठाते हुए अंधेरे में फरार हो गए। गोली विकास के कान से छूते हुए निकल गई और वह बाल-बाल बच गया।
पुरानी दुश्मनी से जुड़ा था हमला
पीड़ित विकास प्रजापति, निवासी कैंप-2, ने बताया कि उसके भाई की मौत का बदला लेने के लिए करण साव ने यह हमला करवाया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, जनवरी 2024 में कैंप क्षेत्र में शिवम साव की पिकअप और विकास के भाई राहुल की बाइक में टक्कर विवाद हुआ था। इसी दौरान शिवम साव की हत्या हो गई थी।
इस मामले में राहुल व उसके साथियों की गिरफ्तारी हुई थी। यही रंजिश इस फायरिंग की वजह मानी जा रही है।
करण पहले भी उठा चुका है हथियार
करण साव का नाम पहले भी जलेबी चौक फायरिंग में सामने आया था। पुलिस के अनुसार, उसने पहले भी हत्या की नीयत से फायरिंग की थी, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ था।
दो अलग-अलग घटनाओं में हथियार चलाने के बाद, पुलिस को इस बार भी उसी पर बड़े षड्यंत्र का शक है।
इवेंट बुकिंग का झांसा देकर बुलाया
विकास ने बताया कि 14 नवंबर की शाम उसे एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने बच्चे के जन्मदिन का कार्यक्रम बताकर ईदगाह के पास मिलने के लिए बुलाया।
वह जैसे ही अपने दोस्त राजा के साथ वहां पहुंचा, तभी बाइक पर सवार दो युवक आए और शिवम की हत्या का इल्जाम लगाते हुए धमकाने लगे। अचानक पीछे बैठे युवक ने गोली चला दी।
गोली कान के पास से गुजर गई, जिससे बारूद की जलन की हल्की चोट आई।
पुलिस कई एंगल से कर रही जांच
एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस अब कई एंगल से मामले की जांच कर रही है।
शूटरों की लोकेशन
उन्हें सपोर्ट करने वाले नेटवर्क
करण के मोबाइल कॉल डिटेल
और पुराने विवादों से जुड़े लिंक
इन सभी पहलुओं की जांच जारी है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही पूरी साजिश उजागर कर दी जाएगी।

