
रजत जयंती वर्ष में निकाली रैली, बताई गई शासन की योजनाएं
दुर्ग।
शहीद डोमेश्वर साहू शासकीय महाविद्यालय जामगांव आर में छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 वर्ष के स्वर्णिम सफर को रजत जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार ने दो दिवसीय विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया।
पहले दिन का कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शिखा अग्रवाल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में ग्राम भरर की सरपंच कौशल्या साहू एवं पूर्व सरपंच छबि लाल साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना यात्रा पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई तथा राज्य निर्माण के प्रणेता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई।
सरपंच कौशल्या साहू ने अपने संबोधन में महिला शिक्षा और राज्य की उन्नति के लिए समाज को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। महाविद्यालय की छात्राओं ने “मेरे सपनों का छत्तीसगढ़” एवं “छत्तीसगढ़ 2047” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उद्घाटन सत्र के बाद प्रिज्म ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट द्वारा जॉब फेयर आयोजित किया गया, जिसमें कंचन गांगुली, आशीष साहू और जागेश्वर साहू की टीम ने विद्यार्थियों को रोजगार संबंधी जानकारी दी। इसके अतिरिक्त प्रश्नोत्तरी एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसका संचालन क्विज मास्टर मनोज यादव ने किया। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ. अरुणेंद्र तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नरेश धर दीवान ने किया।
दूसरे दिन महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से विशाल रैली निकाली। इस रैली में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) एवं रेड क्रॉस यूनिट के विद्यार्थी भी सम्मिलित हुए। इसी क्रम में पूर्व छात्रों का प्रथम एलुमिनी मीट भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर पूर्व छात्र वेद प्रकाश साहू ने अपनी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम की सफलता में डॉ. नरेश धर दीवान, डॉ. आबिद हसन खान, ऐश्वर्य ठाकुर, डॉ. संतोष पांडे, मनोज यादव, मुकेश कठौतिया, डॉ. लता मरकंडे, प्रियम वैष्णव, मेजर राम जोशी, पूरणमल शमां, गिरीश देशपांडे, आर.डी. भूआर्य, उमेश, कमलेश विश्वकर्मा, रानी चांदनी सहित अन्य संकाय सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वहीं विद्यार्थियों में प्रकाश वानेश्वर, जिनेश, प्रवीण, नमन, हितेश आदि ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
रजत जयंती वर्ष के इन विविध कार्यक्रमों ने छात्र-छात्राओं को न केवल प्रेरणा दी, बल्कि शासन की योजनाओं के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने का भी सशक्त संदेश दिया।