साइंस कॉलेज, दुर्ग में पक्षियों हेतु दाना-पानी की व्यवस्था — “पंछी बचाओ अभियान” वर्तमान समय की आवश्यकता
डॉ. अजय कुमार सिंह
दुर्ग। वर्तमान समय में “पंछी बचाओ अभियान” अत्यंत आवश्यक बन गया है। हमारे अंचल में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुँच चुका है। इस बढ़ती गर्मी का सबसे अधिक प्रभाव हमारे आसपास रहने वाले पक्षियों पर पड़ रहा है, जिन्हें पर्याप्त मात्रा में दाना और पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए, शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय परिसर के विभिन्न स्थलों — जैसे स्वामी विवेकानंद उद्यान, क्रीड़ा परिसर तथा औषधीय पादप उद्यान आदि — में पक्षियों के लिए सकोरों में दाना और पानी की समुचित व्यवस्था की जाएगी।
इस अभियान की शुरुआत आज महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह द्वारा स्वामी विवेकानंद उद्यान में की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं कार्यालयीन स्टाफ की उपस्थिति रही। डॉ. सिंह ने उपस्थित सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपने-अपने घरों में भी पक्षियों के लिए दाना और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
डॉ. सिंह ने कहा, “वर्तमान समय में यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास के जीव-जंतुओं का भी ध्यान रखें। यह छोटा सा प्रयास प्रकृति के प्रति हमारी संवेदनशीलता का प्रतीक है।”
महाविद्यालय के मुख्य लिपिक श्री संजय यादव ने जानकारी दी कि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा सामाजिक सरोकार योजना के अंतर्गत परिसर के विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 से अधिक सकोरे लगाए जाएंगे, जिनमें नियमित रूप से पक्षियों के लिए दाना और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
इस अभियान की शुरुआत के अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. जगजीत कौर सलूजा, डॉ. अभिनेष सुराना, प्रो. उपमा श्रीवास्तव, डॉ. एस.डी. देशमुख, डॉ. अनीता शुक्ला, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. प्रदीप जांगड़े, डॉ. अनुराग, डॉ. प्रशांत दुबे, क्रीड़ा अधिकारी श्री लक्ष्मेन्द्र कुलदीप, श्री टीकम यादव, श्री ताराचंद साहू, श्री मोहित देशमुख, श्री पुरुषोत्तम देवांगन, श्री रोहित राजपूत, श्री ओंकार साहू, श्री वेद साहू सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
