छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में प्रस्तावित मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर विरोध प्रदर्शन रविवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। स्थानीय नागरिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
रविवार की सुबह जब नगर निगम का तोड़फोड़ दस्ता निर्माण स्थल पर कार्रवाई करने पहुंचा, तो स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
स्थिति के बिगड़ते ही पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। बढ़ते विरोध और नाराजगी को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए प्रमुख नेताओं में रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला, पूर्व विधायक प्रकाश नायक, नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया, पूर्व सभापति जयंत ठेठवार, और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष नागेंद्र नेगी शामिल हैं। सभी को पुलिस लाइन में रखा गया है।
इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने इसे लोकतांत्रिक विरोध को दबाने की कार्रवाई करार दिया है, वहीं प्रशासन का कहना है कि मरीन ड्राइव परियोजना शहरी विकास योजना का हिस्सा है और की जा रही कार्रवाई नियमों के अनुसार है।
स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आगे की बातचीत की संभावनाओं को लेकर दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएं महत्वपूर्ण होंगी।