एक बार फिर सुपेला में एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: फर्जी दस्तावेजों के साथ बांग्लादेशी दंपति गिरफ्तार, अवैध घुसपैठ और नेटवर्क के खुलासे की संभावना

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सुपेला में एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: फर्जी दस्तावेजों के साथ बांग्लादेशी दंपति गिरफ्तार, अवैध घुसपैठ और नेटवर्क के खुलासे की संभावना

भिलाई, दुर्ग | मई 2025:
दुर्ग जिले के भिलाई स्थित सुपेला क्षेत्र में एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने गुप्त सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बांग्लादेशी दंपति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शाहिदा खातून उर्फ ज्योति और उसके पति मोहम्मद रासेल शेख शामिल हैं, जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2017 से सुपेला में रह रहे थे।

एसएसपी विजय अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दंपति वर्ष 2009 में अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर मुंबई पहुंचा था। इसके बाद उन्होंने फर्जी पहचान के सहारे दस्तावेज बनवाए और भिलाई में रहना शुरू कर दिया। वर्ष 2020 में ये एक बार पहले भी पकड़े गए थे, लेकिन फिर से फर्जी पहचान बनाकर उसी क्षेत्र में लौट आए।

गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि
आरोपी रासेल शेख आपराधिक प्रवृत्ति का है और लूट के एक मामले में नामजद आरोपी रह चुका है। दोनों से पहले ही बांग्लादेशी पासपोर्ट जब्त किए जा चुके हैं। पुलिस के अनुसार, वे सीमा पार करने में भी माहिर हैं और कई बार तारों के नीचे से भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर चुके हैं।

फर्जी दस्तावेज और नेटवर्क का पर्दाफाश
गिरफ्तार दंपति के पास से फर्जी आधार कार्ड, राशन कार्ड और निवास प्रमाण पत्र भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वे न केवल खुद अवैध रूप से भारत में रह रहे थे, बल्कि एक संगठित नेटवर्क के तहत अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को भी दस्तावेज उपलब्ध कराने और शरण दिलाने का काम करते थे।

पुलिस की जांच जारी
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। हाल ही में इसी क्षेत्र से पन्ना बीबी नामक एक अन्य बांग्लादेशी महिला भी फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ी गई थी, जो दो वर्षों से सुपेला में रह रही थी।


यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में चल रहे अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों के नेटवर्क की गंभीरता को उजागर करती है। एसटीएफ की त्वरित कार्रवाई से ऐसे संगठित गिरोहों पर कड़ा प्रहार हुआ है और आने वाले दिनों में और भी खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।

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