
शास उच्च माध्यमिक विद्यालय धनोरा में शाला स्तरीय प्रवेशोत्सव शनिवार दिनांक 28 जून 25 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनोरा में नवप्रवेशी कक्षा नवमी के विद्यार्थियों के लिए शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया ।
दुर्ग।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि श्री चंद्रशेखर बंजारे ,अध्यक्ष ग्राम धनौरा की प्रथम नागरिक सरपंच श्रीमती रूलेश्वरी बंजारे, विशिष्ट अतिथि SMDC के पूर्वअध्यक्ष श्री मनहरण लाल साहू, सम्मानीय अतिथि उप सरपंच श्रीमती संगीता सप्रे एवं पूर्व सरपंच श्री मनीष साहू उपस्थित थे ।
कार्यक्रम का प्रारंभ माँ सरस्वती के दीप प्रज्वलन एवम पूजन से हुआ ।तत्पश्चात शाला की प्राचार्य नीलिमा गजपाल एवं अन्य शिक्षिकाओं के द्वारा समस्त अतिथियों का विद्या का पौधा भेंट स्वरूप प्रदान कर स्वागत किया गया ।

इसके पश्चात नवप्रवेशी कक्षा नवमी के समस्त विद्यार्थियों को तिलक लगाया गया और मिठाई दी गई साथ ही राज्य शासन द्वारा प्रदत्त निःशुल्क पाठयपुस्तकों का वितरण किया गया ।
पालक सदस्य एवं SMDC के पूर्व अध्यक्ष श्री मनहरनलाल साहू जी के द्वारा विद्यालय में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त मेधावी छात्रों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए तथा साथ ही प्रमाण पत्र भी दिए गए । कूड़ो खेल में राष्ट्रीय स्तर पर अनेक बार स्वर्ण ,रजत और कांस्य पदक विजेता होने वाली छात्रा कुमारी खेलेश्वरी साहू पिता श्री मनेश साहू का भी सम्मान किया गया ।सभी अतिथियों ने अपने उद्बोधन में इन मेधावी छात्रों की प्रशंसा की एवं नए बच्चों को उनका अनुसरण करने के लिए कहा, और अनुशासित रह कर , नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित हो कर अध्ययन करने कहा।
राज्य शासन की सरस्वती साइकिल योजना के तहत कक्षा नवमी की नवप्रवेशी हितग्राही छात्राओं को अतिथियों के करकमलों साइकिल दिलवाई गई। जिसकी प्रभारी श्रीमती चित्ररेखा ठाकुर थी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ सरिता श्रीवास्तव एवं आभार प्रदर्शन डॉ विभावरी केसरी ने किया इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सुश्री इंद्राणी बोस,श्रीमती सोमा सरकार ,प्रीति ताम्रकार,सारिका सोनी,स्मृति नायक,प्रियंका खापर्डे, अपर्णा तिवारी,सरस्वती बंजारे एवं गायत्री सैनी आदि शिक्षिकाओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसी क्रम में विद्यालय की वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमती श्वेता सिंह के द्वारा कक्षा बारहवीं में 90% से अधिक अंक लाने वाले प्रतिभाशाली छात्र चुम्मन पटेल को पाँच हज़ार रुपए की नक़द राशि पुरस्कार स्वरूप दी गई ।