
रायपुर 21 नवंबर 2025। कुख्यात नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर पर नक्सल संगठन ने सवाल खड़े करते हुए इसे फर्जी बताया है। नक्सल संगठन ने अभय के नाम से एक पत्र जारी कर हिड़मा के एनकाउंटर को पुलिस की झूठी और मनगढ़त कहानी बताया है। पत्र में नक्सलियों ने दावा किया है कि हिड़मा बीमार था और इलाज के लिए विजयवाड़ा गया हुआ था। लेकिन इस जानकारी के लीक होने के बाद 15 नवंबर को पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसकी सुनियोजित ढंग से हत्या कर दी गयी।
गौरतलब है कि आंध्रप्रदेश के अल्लुरी सितारामा जिले में पुलिस ने नक्सली मुठभेड़ में हिड़मा को मार गिराने की पुष्टि की थी। सुरक्षाबलों के एनकाउंटर में कुख्यात नक्सली हिड़ता के मारे जाने के बाद अल्लुरी सितारामा जिले में पुलिस ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था। जिसमें एसपी ने कहा था कि 18 नवंबर की सुबह जंगल में मुठभेड़ हुई थी। जिसमें माड़वी हिड़मा, राजे समेत कुल 6 नक्सली ढेर किये गये। जब पुलिस से पूछा गया कि इस मुठभेड़ को फर्जी बताया जा रहा है। 3 लेयर की सिक्योरिटी में रहने वाला हिड़मा कैसे मारा गया ? तब उन्होंने जवाब दिया कि पुलिस का दबाव नक्सलियों पर बढ़ रहा है।
यही वजह है कि वे अपनी स्ट्रैटजी बदलते हैं। 3 लेयर सिक्योरिटी वे वहां रखते हैं, जहां उनका कम्फर्ट जोन होता है। ये सभी मुठभेड़ में मारे गए हैं। पुलिस के इस एनकाउंटर के बाद अब नक्सल संगठन ने पत्र जारी कर इस मुठभेड़ और हिड़मा के एनकाउंटर को पूरी तरफ से फर्जी बताया है। नक्सल संगठन ने अभय के नाम से एक पत्र जारी कर हिड़मा के एनकाउंटर को पुलिस की झूठी और मनगढ़त कहानी बताया है। पत्र में नक्सलियों का कहना है कि हिड़मा बीमार था और इलाज के लिए विजयवाड़ा गया हुआ था।
लेकिन इस जानकारी के लीक होने के बाद 15 नवंबर को पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद आंध्र प्रदेश पुलिस हिड़मा को अल्लुरी सितारामा राजू जिले के मारेडुमिल्ली इलाके ले गई और 18 नवंबर को उसकी हत्या कर दी गई। हिड़मा के साथ उसकी पत्नी राजे समेत कुल 6 लोगों की हत्या की गई। इसके अलावा 19 नवंबर को 7 लोगों के एनकाउंटर को भी झूठा बताया गया है।
नक्सली संगठन 23 नवंबर का मनायेगा देशव्यापी प्रतिरोध दिवस
नक्सली अभय के नाम से जारी पत्र में लिखा हुआ है कि इस मुठभेड़ को लेकर 23 नवंबर को देशव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा। यह भी लिखा है कि हिड़मा को एक खलनायक के रूप में दिखाया जा रहा है।


