लोकबंधु अस्पताल हादसा: रेस्क्यू योद्धाओं ने दिखाया साहस, सभी मरीज सुरक्षित
लखनऊ, 14 अप्रैल: राजधानी के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार देर रात लगी भीषण आग ने पूरे शहर को हिला दिया, लेकिन जितनी तेजी से आग की लपटें उठीं, उससे कहीं अधिक त्वरित और साहसी था पुलिस, दमकल विभाग और प्रशासन का संयुक्त बचाव अभियान। इस ऑपरेशन ने एक संभावित त्रासदी को समय रहते टाल दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर और जिलाधिकारी विशाख जी मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभालते हुए हालात का जायजा लिया। आग की गंभीरता को देखते हुए 26 मरीजों को तत्काल सिविल अस्पताल, KGMU और बलरामपुर अस्पताल में सुरक्षित स्थानांतरित किया गया। रेस्क्यू टीमों ने ऑक्सीजन सिलेंडरों और मास्क की मदद से मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला, कई बार खुद की जान जोखिम में डालकर।
फायर ब्रिगेड ने सबसे पहले इमारत को खाली कराया, वहीं पुलिस ने पूरे परिसर को नियंत्रित रखा जिससे भगदड़ जैसी स्थिति न उत्पन्न हो। CP सेंगर ने बताया, “हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना थी, और हमने हर मंजिल की गहन तलाशी ली।”
घटनास्थल पर महापौर और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी पहुंचे। डिप्टी सीएम ने कहा, “ईश्वर की कृपा और रेस्क्यू टीम की बहादुरी से यह एक बड़ी त्रासदी में बदलने से बच गया।”
दमकल विभाग ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया है, हालांकि आग लगने के कारणों की जांच अभी जारी है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है।
स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू टीम की बहादुरी की सराहना की और उन्हें सम्मानित किए जाने की मांग की। चश्मदीद सुरेश वर्मा ने कहा, “इन जांबाजों ने ना सिर्फ अपना कर्तव्य निभाया बल्कि मानवता की मिसाल भी पेश की।”
यह हादसा प्रशासन की तत्परता और सहयोग की एक मिसाल बन गया है—जहां हर कदम सोच-समझकर और दिल से उठाया गया।