बिलासपुर, 08 अप्रैल 2025
सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गंभीर जमीन घोटाले का मामला सामने आया है, जिसमें फर्जी मुख्तारनामा बनवाकर जमीन की अवैध रजिस्ट्री कर दी गई। ज़रहाभाठा निवासी उमेंद्र राम भार्गव द्वारा खरीदी गई जमीन को भू-माफिया बजरंग प्रसाद गौतम ने जालसाजी कर दूसरों के नाम रजिस्ट्री करवा दी। मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी व दस्तावेजों से कुटरचना का अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उमेंद्र राम भार्गव ने दिनांक 3 अक्टूबर 2020 को मायादेवी पति लक्ष्मीशंकर सिंह से देवरीखुर्द स्थित खसरा नंबर 38/12 की 2400 वर्गफीट भूमि क्रय की थी, किन्हीं कारणों से उन्होंने नामांतरण नहीं कराया। इसी का फायदा उठाकर भू-माफिया ने एक महिला को माया देवी बताकर फर्जी आधार कार्ड एवं दस्तावेज तैयार कर पंजीयन कार्यालय में प्रस्तुत किया और मुख्तारनामा प्राप्त कर लिया।
इसके बाद संबंधित भूमि पर फर्जी ऋण पुस्तिका (B-1, B-2) तैयार कर 9 जनवरी 2020 को सुषमा गुप्ता व अरविंद गुप्ता के साथ सौदा किया गया तथा 13 फरवरी को उनके नाम पर रजिस्ट्री भी करा दी गई। कोरोना काल के बाद जब उमेंद्र राम प्लॉट पर पहुँचे, तो भूमि पर सुषमा एवं अरविंद का कब्ज़ा पाया गया। इसकी शिकायत उन्होंने जिला कलेक्टर श्री अवनीश शरण से की, जिन्होंने मामले की जांच एसडीएम मनीष साहू को सौंपी।
जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने भू-माफिया बजरंग प्रसाद गौतम सहित अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पटवारी व राजस्व अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में
मामले में तत्कालीन पटवारी, आरआई, तहसीलदार सहित अन्य राजस्व अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। पुलिस द्वारा विस्तृत जांच के पश्चात दोषी पाए गए अधिकारियों के नाम एफआईआर में जोड़े जाने की संभावना है।