
ईरान की राष्ट्रीय प्रसारण एजेंसी इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग (आईआरआईबी) इस्राइल हमले के चपेट में आ गया है। इस्राइली सेना के अधिकारियों ने इसे उसके बुनियादी सुविधा केन्द्रों पर ईरान के हमले की बदले की कार्रवाई बताया है। एक दूसरे के रिहायशी और बुनियादी सुविधा केन्द्रों पर दोनों देशों के हमले से संघर्ष बढ़ गया है।
कूटनीतिक प्रयास ऐसे समय में हो रहे है जब दोनों देशों ने पिछले चार दिनों से एक दूसरे के सैन्य, परमाणु और बुनियादी सुविधा ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से कई हमले किए हैं। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू ने ईरान के सर्वोच्च आयातुल्ला खॉमनेई पर हमले से इंकार नहीं किया है और कहा है कि इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच संघर्ष समाप्त हो जाएगा।
हालांकि अमरीका के अधिकारियों ने बताया है कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस्राइल की इस योजना को खारिज कर दिया है। इस्राइल सेना ने हमला करने से पहले राजधानी के प्रभावित इलाको में निवासियों और कार्यकर्ताओं से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की चेतावनी जारी की थी।
कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान से इस्राइल के साथ संघर्ष खत्म करने और परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर बातचीत करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि देर होने से पहले बातचीत तत्काल शुरू कर देनी चाहिए। अमरीका ने दोनों देशों के बीच संघर्ष में इस्राइल को प्रत्यक्ष रूप से कोई सैन्य सहायता उपलब्ध नहीं कराई है। हालांकि ट्रंप ने भविष्य में अमरीका की भागीदारी का संकेत दिया है।
बड़े पैमाने पर विनाश और लोगों के मारे जाने के बावजूद किसी पक्ष की तरफ से भी तनाव कम करने के तत्काल कोई संकेत नहीं हैं। ईरान ने इस्राइल के हमले बंद होने के स्थिति में परमाणु मुद्दे पर बातचीत करने के संकेत दिए हैं लेकिन दोनों देश अपने अपने रुख पर अड़े हुए हैं। इस्राइली के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने प्रमुख शहरों के वायु क्षेत्र को पूरी तरह बंद करने की घोषणा की है जबकि ईरान ने इसी तरह से तेहरान और अन्य प्रमुख रिहायसी शहरों पर नागरिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।