दुर्ग, 12 जुलाई 2025
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में BA Part-2 की परीक्षा में सामूहिक नकल का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुंडरदेही के माता कर्मा कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित परीक्षा के दौरान 22 छात्रों की उत्तरपुस्तिकाओं में एकसमान उत्तर पाए गए, जिसके बाद विश्वविद्यालय ने कड़ा कदम उठाते हुए सभी की परीक्षा रद्द कर दी और सेंटर को डिबार कर दिया।
उत्तरपुस्तिकाओं में एकसमान उत्तर
माता कर्मा महाविद्यालय में आयोजित बीए भाग-2 के अर्थशास्त्र (Principle of Macro Economics) के पेपर की जांच के दौरान मूल्यांकनकर्ता को सभी 22 उत्तरपुस्तिकाओं में एक जैसे उत्तर मिले। यह ऐसा प्रतीत हुआ जैसे किसी ने उत्तर बोलकर लिखवाए हों। सभी उत्तर शब्दशः समान थे, जो सामूहिक नकल का स्पष्ट संकेत है। यह वार्षिक पैटर्न की बीए परीक्षा में इस तरह का पहला मामला बताया जा रहा है।

परीक्षा केंद्र पर विश्वास खोया
विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। जांच में माता कर्मा महाविद्यालय को दोषी पाया गया, जिसके बाद उसे परीक्षा केंद्र के रूप में डिबार कर दिया गया। अब इस महाविद्यालय में विश्वविद्यालय की कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं होगी। विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद ने इस निर्णय पर अपनी मुहर लगाई।
15 जुलाई को दोबारा होगी परीक्षा
विश्वविद्यालय ने सभी 22 प्रभावित छात्रों के लिए प्रिंसिपल ऑफ मैक्रो इकोनॉमिक्स की परीक्षा दोबारा आयोजित करने का फैसला किया है। यह परीक्षा 15 जुलाई 2025 को शहीद कौशल शासकीय महाविद्यालय, गुंडरदेही में होगी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप ने बताया कि सामूहिक नकल का यह मामला कार्यपरिषद में रखा गया, जहां सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया।
नकल पर सख्ती, लेकिन सबूत की कमी
विश्वविद्यालय की उड़नदस्ता टीम आमतौर पर परीक्षा के दौरान नकल पर नजर रखती है और संदिग्ध मामलों में कार्रवाई करती है। हालांकि, इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिला, सिवाय इसके कि सभी उत्तरपुस्तिकाओं में उत्तर एकसमान थे। इसलिए, विश्वविद्यालय ने अनुचित साधन (UFM) के बजाय सभी छात्रों की परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित करने का फैसला लिया।
विश्वविद्यालय की कार्रवाई
कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप ने कहा, “सामूहिक नकल का यह मामला गंभीर है। मूल्यांकनकर्ता की सतर्कता से इसकी जानकारी मिली। समिति ने सभी 22 छात्रों की परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित करने का निर्णय लिया है। साथ ही, माता कर्मा महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र के रूप में अयोग्य घोषित किया गया है।”