
दुर्ग। शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग में संस्कृत एवं योग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गीता जयंती समारोह श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के वातावरण में आयोजित किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में हुए इस समारोह में सामूहिक गीता श्लोक पाठ किया गया, जिसमें महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा एवं देवी सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण से की गई। इसके पश्चात प्रभारी प्राचार्य डॉ. एस.एन. झा और अन्य अतिथियों का तिलक-चंदन से विद्यार्थियों ने गरिमापूर्ण स्वागत किया।
अपने संबोधन में प्रभारी प्राचार्य डॉ. झा ने गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “भगवद्गीता जीवन का महान मार्गदर्शक ग्रंथ है, जो मनुष्य के जीवन में सकारात्मकता, एकाग्रता और तनाव प्रबंधन की अद्भुत शक्ति प्रदान करता है।”
इसके उपरांत संपूर्ण सभा द्वारा श्रीमद्भागवत गीता के बारहवें अध्याय का सामूहिक सस्वर पाठ किया गया, जिसने कार्यक्रम को भक्ति और आध्यात्मिकता से सराबोर कर दिया।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्राध्यापक, संस्कृत एवं योग विभाग के विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में अन्य छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। इस आयोजन में योग शिक्षिका डॉ. नीरासिंह का विशेष सहयोग उल्लेखनीय रहा।
उपस्थित प्रमुख प्राध्यापकों में
डॉ. सतीश कुमार सेन, डॉ. गोविन्द गुप्ता, डॉ. रजनीश उमर, डॉ. रश्मि गौर, डॉ. राजेश्वरी जोशी एवं राखी भारती शामिल थे।
कार्यक्रम का संयोजन प्रो. जनेन्द्र कुमार दीवान तथा सह-संयोजन क्रीड़ाधिकारी लक्ष्मेन्द्र कुलदीप द्वारा किया गया। संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. जनेन्द्र कुमार दीवान ने प्रस्तुत किया।
