
रायपुर 2 सितंबर 2025। छत्तीसगढ़ में एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल आज 16वें दिन भी जारी है। उधर इस प्रदेशव्यापी हड़ताल का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्षों को संयुक्त संचालक ने नोटिस जारी कर 24 घंटे का अंतिम अल्टीमेटर जारी कर दिया है। नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि इस अंतिम पत्र के जारी होने के 24 घंटे के भीतर अपने कार्यस्थल पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें अन्यथा संविदा शर्तो के अनुरूप सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जायेगी।
छत्तीसगढ़ में पिछले 15 दिनों से सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो रखा है। प्रदेश भर के 16 हजार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारी पिछले 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। अपनी 10 सूत्रीय मांगो को लेकर जहां हड़ताली कर्मचारी आर-पार की लड़ाई का दावा कर रहे है। उधर स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाल स्थिति को देखते हुए सरकार ने भी सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। पिछले दिनों हड़ताली कर्मचारियों को नो वर्क-नो पे का नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद भी जब कर्मचारी काम पर वापस नही लौटे, तब अधिकारियों द्वारा काम पर नही लौटने पर वैधानिक कार्यवाही की चेतावनी दी गयी।
इसके बाद भी जब हड़ताली एनएचएम कर्मचारी काम पर वापस नही लौटे तो अब सरकार ने जिलों में इस हड़ताल की कमान संभाल रहे एनएचएम के जिलाध्यक्षों को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर काम पर लौटने का अंतिम पत्र जारी किया है। संयुक्त संचालक द्वारा जारी इस नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि……इस अंतिम पत्र के जारी होने के 24 घंटे के भीतर अपने कार्यस्थल पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें अन्यथा संविदा शर्तो के अनुरूप सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जायेगी।
उधर प्रदेशभर के जिलाध्यक्षों को जारी हुए नोटिस को लेकर हड़ताली कर्मचारियों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। हड़ताली कर्मचारियों और पदाधिकारियों ने साफ किया कि सरकार की नीति और नीयत समझ से परे है। स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल मीडिया में खुद भ्रमित करने वाले बयान दे रहे है। रही बात सेवा समाप्ति की चेतावनी की तो अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जायेगी। हड़ताली कर्मचारियों की मांग पर जब तक सरकार मुहर नही लगाती, तब तक किसी भी हालत में हड़ताल खत्म नही होगा।