भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई नगर थाना पुलिस ने भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मुख्य आरोपी एम. सागर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10 मोबाइल बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत 3.20 लाख रुपये है। इससे पहले इस गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को भी जेल भेजा जा चुका है।
रथ यात्रा में चोरी की शिकायतें
27 जून 2025 को भिलाई में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर एक संगठित गिरोह ने कई लोगों के मोबाइल चुरा लिए। इस घटना के बाद थाना भिलाई नगर में शिकायत दर्ज की गई और पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। बड़ी संख्या में चोरी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की।
पहले चरण में तीन आरोपी गिरफ्तार
4 जुलाई 2025 को पुलिस ने इस गिरोह के तीन अन्य आरोपियों को पकड़ा, जिनके कब्जे से 16 मोबाइल बरामद किए गए। पूछताछ में इन आरोपियों ने अपने फरार साथी एम. सागर के चोरी में शामिल होने की बात कबूली। इसके बाद पुलिस ने एम. सागर की तलाश तेज कर दी।

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
6 जुलाई 2025 को मुखबिर की सूचना पर भिलाई नगर पुलिस ने सेक्टर 06, जगन्नाथ मंदिर के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया, जो चोरी के मोबाइल बेचने की फिराक में था। पूछताछ में उसने अपना नाम एम. सागर (उम्र 21 वर्ष, निवासी प्रगति नगर, छावनी, भिलाई) बताया। उसने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों बिल्लू, नौसाद, सुनील उर्फ रोहित, इमला और अन्य के साथ मिलकर रथ यात्रा के दौरान चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने उसके कब्जे से 10 मोबाइल बरामद किए।

संगठित अपराध के तहत कार्रवाई
पुलिस ने पाया कि यह गिरोह संगठित रूप से चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। इसके आधार पर नए कानून की धारा 112 बीएनएस (संगठित अपराध) के तहत कार्रवाई की गई। आरोपी एम. सागर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में भिलाई नगर थाना और एसीसीयू की टीम की भूमिका उल्लेखनीय रही। पुलिस अब बरामद मोबाइल के मालिकों की पहचान कर उन्हें वापस करने की प्रक्रिया में जुटी है। साथ ही, गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की तलाश भी जारी है।