
दुर्ग पुलिस ने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ रील और फोटो डालने वाले बदमाशों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बीते चार दिनों में पुलिस ने 100 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच कर 14 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। वहीं, 20 से अधिक नाबालिगों और युवकों को समझाइश देकर छोड़ा गया है।
जिले में हाल ही में चाकूबाजी और हिंसक वारदातों में वृद्धि को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। एएसपी राठौर ने बताया कि दुर्ग पुलिस की टेक्निकल सेल और एसीसीयू टीम ने मिलकर सैकड़ों अकाउंट्स की जांच की। जिन पर हथियारों के साथ रील पोस्ट करने की पुष्टि हुई, उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है।
पुलिस की कार्रवाई:
थाना कोतवाली क्षेत्र में दो लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया, जबकि थाना छावनी क्षेत्र में 12 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं। जिनके पास हथियार नहीं मिले, उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा गया है।

पोस्ट डिलीट और परिजनों को समझाइश:
पुलिस ने नाबालिगों के अभिभावकों को थाने बुलाकर समझाइश दी कि वे अपने बच्चों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर नजर रखें। साथ ही, सभी संदिग्ध पोस्ट डिलीट कराए गए हैं।
ऑनलाइन हथियार खरीदने वालों की सूची तैयार:
पुलिस ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से चाकू खरीदने वालों की सूची तैयार की है। अब तक करीब 300 लोगों को समझाइश दी गई है कि वे अवैध चाकू या तलवार न खरीदें।
ऑनलाइन प्लेटफार्म को भी पत्र:
दुर्ग पुलिस ने अमेजन, फ्लिपकार्ट और मेशो जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को पत्र लिखकर घातक हथियारों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। पुलिस ने निर्देश दिया है कि संदिग्ध वस्तु मिलने पर उसे डिलीवर न करें और तुरंत थाना पुलिस को सूचना दें।
पुलिस की चेतावनी:
दुर्ग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ वीडियो या फोटो पोस्ट करने वालों पर अब कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
