
शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा ग्राम महमरा में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय एवं तृतीय दिवस की गतिविधियाँ जन-जागरूकता, सेवा एवं सांस्कृतिक मूल्यों के प्रसार को समर्पित रहीं।

द्वितीय दिवस की शुरुआत प्रातःजागरण एवं प्रभात फेरी से हुई। इस दौरान स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छता एवं नशामुक्ति विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात योग, जुंबा तथा ध्यान (मेडिटेशन) का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका संचालन भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल मिश्रा तथा श्रीमती दीपाली (महिला बाल विकास संस्था) द्वारा किया गया। ध्यान सत्र का यह कार्यक्रम तीन दिनों तक निरंतर संचालित हुआ। इसी बीच प्रो जनेंद्र दीवान, कार्यक्रम समन्वयक रासेयो हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने भी स्वयंसेवको को संबोधित किया। स्वल्पाहार के उपरांत स्वयंसेवक ग्राम परियोजना कार्यों में संलग्न हुए, जिसके अंतर्गत शीतला मंदिर परिसर एवं प्राथमिक/माध्यमिक शाला में स्वच्छता अभियान एवं वृक्षारोपण कार्य संपन्न किए गए।

दोपहर के बौद्धिक सत्र में लिटिया सेमरिया से आए प्रसिद्ध कलाकार और संत समाज नाचा पार्टी से जुड़े अजय उमरे ने लोककला, नाचा एवं सांस्कृतिक परंपरा पर प्रेरक चर्चा की। उन्होंने कहा—
“कला का हस्तांतरण हमारी सांस्कृतिक विरासत है।”
इसी क्रम में प्रो. आदित्य भारद्वाज ने नशामुक्ति एवं जीवनोपयोगी व्यवहारिक तथ्यों पर मार्गदर्शन दिया, जो युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायी रहा।
तृतीय दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्राथमिक शाला महमरा में सरपंच श्रीमती नर्मदा ठाकुर, उपसरपंच केवल निषाद ,प्रधानपाठक श्रीमती परवीना हाशमी की गरिमामयी उपस्थिति में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व डॉ. अपूर्वा खंडूजा ने किया। शिविर में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा आवश्यक दवाइयाँ वितरित की गईं। तृतीय दिवस के बौद्धिक सत्र में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक (वनस्पतिशास्त्र) डॉ. सतीश कुमार सेन ने स्वयंसेवकों को संबोधित कर भारतीय संस्कृति के गौरवशाली इतिहास एवं मूल्यों को आत्मसात करने पर बल दिया।
प्रत्येक सायंकाल स्वयंसेवकों द्वारा ग्राम संपर्क एवं जन-जागरूकता गतिविधियाँ संचालित की गईं, जिसमें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाई गई। इसके साथ प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। कार्यक्रमों में सरपंच श्रीमती नर्मदा ठाकुर, उपसरपंच केवल निषाद, कार्यक्रम अधिकारी प्रो. तरुण कुमार सिंह, सह कार्यक्रम अधिकारी सुदेश साहू, तथा तृतीय दिवस पर प्रो. गोपाल राम वर्मा, प्रो. निखिल देशलहरा एवं डॉ. कुंदन जांगड़े की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रमों में नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों से संबंधित संदेशों के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन हेतु सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया।
ग्रामवासियों की उत्साहपूर्ण सहभागिता और बड़े पैमाने पर उपस्थिति ने द्वितीय एवं तृतीय दिवस के कार्यक्रमों को अत्यंत सफल बनाया। साथ ही महाविद्यालय के पूर्व वरिष्ठ स्वयंसेवक पंकज कुमार, दिलेश्वर साहू, गीतेश कुमार,लेविस कुमार, पोखराज आदि ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गति प्रदान की और आयोजन को अधिक आकर्षक एवं मनोरंजक बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।

