
रायपुर । छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था ने इस दीवाली सीजन में अभूतपूर्व उछाल का गवाह बनाया है. राज्य में कुल व्यापार का अनुमान 15,250 करोड़ से 16,000 करोड़ रुपये के बीच है.
ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन (CAIT) के अनुसार, 2025 की दिवाली ने देश के व्यापार इतिहास में अब तक का सबसे ऊंचा उत्सवकालीन टर्नओवर दर्ज किया. पूरे भारत में दिवाली बिक्री कुल 6.05 लाख करोड़ रुपये पहुंच गई, जिसमें 5.40 लाख करोड़ रुपये का सामान और 65,000 करोड़ रुपये की सेवाएं शामिल हैं.
ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड के सदस्य अमर परवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीएसटी सुधारों और स्वदेशी पहल के लिए एक “मजबूत ब्रांड एंबेसडर” बन चुके हैं. उनके ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘स्वदेशी दिवाली’ के आह्वान ने व्यापारियों और उपभोक्ताओं को प्रेरित किया है.
“इस वर्ष लगभग 87 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने भारतीय निर्मित उत्पादों को प्राथमिकता दी, जिससे चीनी सामानों की मांग में भारी गिरावट आई,” परवानी ने बताया. “स्थानीय रूप से निर्मित वस्तुओं की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ गई.”
ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन की राज्य इकाई के नेतृत्व राज्य अध्यक्ष जितेंद्र दोशी, राज्य अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, राज्य अध्यक्ष परमानंद जैन, राज्य महासचिव सुरेंद्र सिंह और राज्य कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि कुल व्यापार का 85 प्रतिशत गैर-कॉर्पोरेट और पारंपरिक बाजारों से आया.
यह आंकड़ा ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन के शोध विभाग, ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा एकत्र किया गया, जिसने राज्य की राजधानी और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों सहित 60 प्रमुख वितरण केंद्रों पर सर्वेक्षण किया.
क्षेत्रवार वृद्धि से विस्तारित उत्सव अर्थव्यवस्था का पता चलता है. ऑल इंडिया ट्रेडर्स कन्फेडरेशन के विश्लेषण के मुताबिक, उत्सव सीजन में कई क्षेत्रों में मजबूत बिक्री देखी गई:
किराना और एफएमसीजी: 12%
सोना-चांदी: 10%
इलेक्ट्रॉनिक्स और विद्युत: 8%
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं: 7%
रेडीमेड गारमेंट्स: 7%
उपहार वस्तुएं: 7%
होम डेकोर: 5%
फर्निशिंग्स और फर्नीचर: 5%
मिठाई और स्नैक्स: 5%
टेक्सटाइल्स: 4%
पूजा सामग्री: 3%
फल और नट्स: 3%
बेकरी और कन्फेक्शनरी: 3%
जूते-चप्पल: 2%
विविध क्षेत्र: 19%
इसके अलावा, सेवाओं के क्षेत्र में पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स, हॉस्पिटैलिटी, यात्रा, इवेंट मैनेजमेंट, मैनपावर और डिलीवरी सेवाओं से 65,000 करोड़ रुपये का व्यापार दर्ज किया गया.
पिछले वर्ष की तुलना में 25% वृद्धि से आर्थिक गति का पता चलता है
2024 के 4.25 लाख करोड़ रुपये के उत्सव व्यापार की तुलना में, 2025 की दिवाली में 25 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई. यह वृद्धि भारतीय उपभोक्ताओं की मजबूत खरीद क्षमता और छोटे व्यापारियों तथा पारंपरिक खुदरा विक्रेताओं के बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाती है.
परवानी ने जोर देकर कहा कि छत्तीसगढ़ का मजबूत व्यापार प्रदर्शन स्थानीय उद्यमों की लचीलापन और स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने वाली नीतियों की सफलता को प्रतिबिंबित करता है. “इस दिवाली, भारत ने न केवल दीये जलाए-बल्कि स्थानीय व्यवसाय के भविष्य को रोशन किया,” उन्होंने कहा.



