
रायपुर | संवाददाता
देश में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान की ताज़ा रैंकिंग में छत्तीसगढ़ 12 राज्यों में 10वें स्थान पर पहुंच गया है। जबकि गोवा शीर्ष पर बना हुआ है। भारत निर्वाचन आयोग ने 17 नवंबर दोपहर 3 बजे तक का अपडेट जारी किया है, जिसमें राज्यों की तैयारियों के आधार पर प्रदर्शन आंका गया है।
छत्तीसगढ़ में फॉर्म वितरण तेज, लेकिन डिजिटलाइजेशन बेहद धीमा
राज्य में कुल 2,07,36,241 गणना फॉर्म उपलब्ध कराए गए थे। इनमें से 97.67% फॉर्म बांटे जा चुके हैं, जो वितरण के लिहाज से अच्छी प्रगति मानी जा रही है।
लेकिन, दूसरी तरफ डिजिटलाइजेशन सिर्फ 6.61% तक ही पहुंच पाया है। अब तक 14,02,544 फॉर्म ही ऑनलाइन सिस्टम में एंट्री हो सके हैं। यह धीमी रफ्तार राज्य की कुल SIR रैंकिंग को प्रभावित कर रही है।
12 राज्यों में 50 करोड़ से ज्यादा मतदाता कवर
निर्वाचन आयोग के अनुसार SIR प्रक्रिया में शामिल 12 राज्यों के 50,97,84,423 मतदाता हैं। इनमें से 50,11,75,907 मतदाताओं को गणना पत्रक दिए जा चुके हैं।
कुल मतदाताओं में से 8.68% फॉर्म का डिजिटलाइजेशन पूरा हो चुका है। जबकि सभी राज्यों में औसत फॉर्म वितरण 98.32% है।
क्या है गणना पत्रक (Enumeration Form)?
चुनाव आयोग बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के माध्यम से घर–घर जाकर तय फार्मेट में मतदाताओं की जानकारी अपडेट कर रहा है। इसमें—
2003 की SIR के आधार पर परिवार के सदस्यों की मौजूदा स्थिति की जांच
माता-पिता और रिश्तेदारों की मतदाता सूची में स्थिति का क्रॉस-चेक
शिफ्ट हो चुके या मृत मतदाताओं की पहचान
शामिल है। इन सभी जानकारियों के आधार पर अंतिम मतदाता सूची तैयार की जाएगी, जो आगामी चुनावों के लिए आधार बनेगी।
27 अक्टूबर से शुरू हुई SIR प्रक्रिया
प्रदेश में यह प्रक्रिया 27 अक्टूबर से शुरू कर दी गई थी। आयोग के निर्देश पर जिलों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, ताकि फॉर्म वितरण, वेरिफिकेशन और डिजिटलाइजेशन समय पर पूरा हो सके।


