
दुर्ग, 26 जुलाई 2025।छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में इंसानियत और बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए एक युवक ने तीन लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी। यह मार्मिक घटना दुर्ग के जांजगीर क्षेत्र के रामपुर नाला की है, जहां 35 वर्षीय राकेश बंजारे, जो पेशे से पेंटर था, बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास में खुद तेज बहाव में बह गया और लापता हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार सुबह करीब 11 बजे रामपुर नाला में पानी का बहाव अचानक तेज हो गया, जिसमें तीन लोग फंस गए। जैसे ही राकेश को यह जानकारी मिली, वह बिना समय गंवाए मौके पर पहुंचा और बचाव के लिए नाले में छलांग लगा दी। लेकिन पानी की रफ्तार का अंदाजा न होने के कारण वह खुद बह गया।
बहादुरी की मिसाल बना राकेश
राकेश के दोस्त मनीष कुर्रे ने बताया कि “राकेश हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहता था। वो बेहद निडर और संवेदनशील इंसान था।” राकेश अपने परिवार का मुख्य सहारा था और दो छोटे बच्चों का पिता है। उसकी बहादुरी से आज पूरा गांव गर्व और गम के मिले-जुले भाव से स्तब्ध है।
SDRF और पुलिस ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही कुम्हारी थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) को सूचित किया। SDRF की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अब तक राकेश का कोई सुराग नहीं मिला है।
गांव में दुआओं का दौर
राकेश की सलामती के लिए परिजन और गांववाले मंदिरों में दुआ कर रहे हैं। हर किसी की आंखें नम हैं लेकिन दिलों में उसके लिए सम्मान और दुआ है। प्रशासन ने रेस्क्यू में तेजी लाने का आश्वासन दिया है।राकेश बंजारे ने जो साहस दिखाया, वह एक आम इंसान के लिए असाधारण है।