छुईखदान के अंतर्गत आने वाले ग्राम भीरमपुर में मंगलवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। रोज की तरह अपने काम में व्यस्त एक सीधा-सादा किसान अचानक ऐसी दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी।
52 वर्षीय किसान श्रीराम वर्मा, जो कि अपने खेतों में मेहनत कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे, सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर में रखे फ्रिज से कुछ सामान निकालने के लिए जैसे ही उसका दरवाजा खोला, तभी अचानक एक भीषण धमाका हुआ।
धमाका इतना जबरदस्त था कि श्रीराम वर्मा के दोनों पैर मौके पर ही बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और उनके शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद घर के आंगन में कोहराम मच गया। चीख-पुकार सुनकर परिजन और पड़ोसी दौड़े आए और घायल अवस्था में श्रीराम को तत्काल छुईखदान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। श्रीराम वर्मा अपने पीछे एक बेटा और तीन बेटियों को छोड़ गए हैं। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में शोक की लहर फैल गई है और लोग हैरान हैं कि एक आम घरेलू उपकरण किस तरह जानलेवा साबित हो सकता है।
इस हादसे ने न केवल एक मेहनती किसान की जान ली, बल्कि तकनीकी उपकरणों की सुरक्षा और निरीक्षण व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।