बिलासपुर, 24 मार्च 2025: सरकारी अस्पतालों में मरीजों से इलाज के नाम पर रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला बिलासपुर के जिला अस्पताल का है, जहां पदस्थ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना चौधरी पर नसबंदी ऑपरेशन के लिए एक महिला मरीज से 6,000 रुपये मांगने का आरोप है।
पीड़ित महिला के अनुसार, जब उसने डॉक्टर को केवल 2,000 रुपये देने की बात कही, तो डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद “सफाई” नहीं होने का हवाला देकर और पैसे देने का दबाव बनाया। इस बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
ऑडियो में डॉक्टर की धमकी:
वायरल ऑडियो में डॉक्टर वंदना चौधरी को यह कहते सुना जा सकता है, “2 हजार में धुलाई (गर्भपात) नहीं होती। डॉक्टर को धोखा दोगे तो नरक में जाओगे।”महिला का आरोप है कि पैसे न मिलने पर डॉक्टर उन्हें बार-बार कॉल कर परेशान करती रहीं। परेशान होकर महिला के परिजनों ने इस मामले की शिकायत सिविल सर्जन से की।
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई:
सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल गुप्ता ने कलेक्टर के निर्देश पर डॉ. वंदना चौधरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही उनके परिवार नियोजन और गर्भपात संबंधी सभी ऑपरेशनों पर रोक लगा दी गई है। उम्मीद की जा रही है कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो महिला डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।
सरकारी अस्पतालों पर सवाल:
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट दिखाई देती है। गरीब मरीजों के लिए बने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा पैसे मांगने की घटनाओं से स्वास्थ्य विभाग की साख पर सवाल उठ रहे हैं।
