
कोरबा की न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अदालत ने दीपक टंडन उर्फ अंबेडकर टंडन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 28 लाख की ठगी के मामले में अदालत में गैरहाजिर रहने पर यह कार्रवाई की गई। टंडन ने हाल ही में DSP कल्पना वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद उसके पुराने फ्रॉड मामले फिर चर्चा में आ गए हैं।
रायपुर/कोरबा 12 दिसंबर 2025। DSP कल्पना वर्मा पर लव ट्रैप, ब्लैकमेलिंग और करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन जैसे गंभीर आरोप लगाने वाले होटल कारोबारी दीपक टंडन उर्फ अंबेडकर टंडन खुद अब कानून के शिकंजे में फंस गए हैं। कोरबा जिले के कटघोरा स्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।दीपक टंडन एक पुराने ठगी मामले में अदालत में पेश नहीं हुए थे, जिसके चलते न्यायालय ने उन्हें “जानबूझकर अनुपस्थित” मानते हुए यह कड़ा कदम उठाया।
28 लाख की ठगी का मामला—2020 से चल रही जांच
मामले की जांच records के अनुसार, साल 2020 में दीपक टंडन ने दीपका निवासी महेंद्र सिंह से लगभग 28 लाख रुपये की ठगी की थी। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि टंडन ने निवेश के नाम पर बड़ी रकम ले ली और बाद में न तो पैसा लौटाया और न ही वादे के अनुसार कोई प्रतिफल दिया।कई बार नोटिस मिलने के बावजूद अदालत में उपस्थित न होने पर अंततः न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, कटघोरा ने NBW (Non-Bailable Warrant) जारी किया है। वारंट जारी होने के बाद दीपका पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है।
DSP कल्पना वर्मा पर लगाए गए आरोपों के बीच पुराना मामला फिर चर्चा में
रायपुर के होटल कारोबारी के रूप में पहचाने जाने वाले दीपक टंडन ने हाल ही में दंतेवाड़ा की DSP कल्पना वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि DSP ने उन्हें पहले लव ट्रैप में फंसाया, फिर शादी का झांसा देकर उनसे करीब 2 करोड़ रुपए की महंगी गाड़ियाँ, कीमती गहने और अन्य उपहार ले लिए।
इन आरोपों ने मीडिया में व्यापक चर्चा पैदा की, लेकिन इसी दौरान दीपक टंडन के खिलाफ पुराने फ्रॉड मामले और कारोबारियों से कथित आर्थिक ठगी के रिकॉर्ड सामने आने लगे। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया था कि टंडन की ओर से “लव ट्रैप” जैसे आरोपों की कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है, बल्कि दर्ज शिकायतें केवल आर्थिक विवादों से जुड़ी हैं।
गिरफ्तारी वारंट के बाद बढ़ी कानूनी मुश्किलें
वारंट जारी होने के बाद अब दीपक टंडन की कानूनी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।पुलिस ने गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।28 लाख की ठगी के मामले में अब कोई कानूनी राहत मुश्किल दिख रही है।DSP कल्पना वर्मा पर लगाए गए आरोपों की विश्वसनीयता भी इस घटना के बाद संदेह के दायरे में आ गई है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस टंडन की गतिविधियों की निगरानी कर रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।
DSP कल्पना वर्मा मामले पर क्या असर पड़ेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि दीपक टंडन के खिलाफ जारी वारंट और धोखाधड़ी मामलों की पुष्टि से निम्न प्रभाव दिखाई दे सकते हैं—उनकी ओर से लगाए गए आरोपों की विश्वसनीयता कमजोर पड़ सकती है।DSP कल्पना वर्मा पर लगाए गए दावे अब और जांच के दायरे में आ सकते हैं।पुलिस जांच अब दोनों पक्षों के वित्तीय लेनदेन पर केंद्रित हो सकती है।

