
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – 12 अगस्त 2025 — जिले के चोरभट्टी क्षेत्र में 31 जुलाई को एक 19 वर्षीय युवक पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें उस पर लगातार 17 बार चाकू से वार किए गए। हमले में युवक के सीने और पेट में गंभीर चोटें आईं, फेफड़े फट गए, आंत कट गई और शरीर के अंदर हवा भर जाने से उसकी सांसें थमने लगी थीं।
गंभीर हालत में युवक को श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसआईएमएस) लाया गया, जहां तुरंत इमरजेंसी सर्जरी शुरू की गई। ऑपरेशन टीम का नेतृत्व सहायक प्राध्यापक डॉ. विनोद तमकानंद और पीजी डॉक्टर गरिमा ने किया। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. भावना रायजादा, डॉ. शीतल, डॉ. प्राची और नर्सिंग स्टाफ की सिस्टर मीना शामिल थीं।
सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने कट चुकी आंत को जोड़ा, डायफ्राम की मरम्मत की और फेफड़ों का कार्य पुनः शुरू कराया। इस दौरान एसआईएमएस के संचालक डॉ. रमेश मूर्ति और मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. लखन सिंह ने दवाइयों और उपकरणों की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित की।
कई घंटे चले इस जटिल ऑपरेशन के बाद युवक की जान बच गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुका है।
मुख्य बिंदु:
घटना: 31 जुलाई, चोरभट्टी, बिलासपुर।
पीड़ित: 19 वर्षीय युवक, 17 चाकू के वार।
चोटें: फेफड़े फटना, आंत कटना, शरीर में हवा भरना।
टीम: डॉ. विनोद तमकानंद, पीजी डॉ. गरिमा, एनेस्थीसिया टीम व नर्सिंग स्टाफ।
परिणाम: सफल सर्जरी, पूर्ण स्वस्थ होकर घर वापसी।