
दुर्ग। 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग का 10 दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर लखोली में 26 सितम्बर से 05 सितम्बर तक आयोजित किया गया है। शिविर का शुभारंभ कैंप कमांडेंट कर्नल निलेश चतुर्वेदी के उद्घाटन भाषण से हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि इस वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न कॉलेजों एवं स्कूलों से कुल 401 एनसीसी कैडेट्स ने भाग लिया। उन्होंने एनसीसी के आदर्श वाक्य “एकता और अनुशासन” पर प्रकाश डालते हुए कैडेट्स को देशप्रेम, सेवा भाव तथा सशस्त्र सेनाओं में करियर बनाने से संबंधित प्रेरक जानकारियां दीं।
कर्नल चतुर्वेदी ने कैडेट्स से अनुशासन में रहकर अपने लक्ष्यों को हासिल करने का आह्वान किया तथा जल संरक्षण एवं जल की बर्बादी रोकने जैसे सामाजिक दायित्वों पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने शिविर के दौरान होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी, जिनमें गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली की तैयारी, थल सेना कैंप, एसएसबी चयन हेतु विशेष कक्षाएं, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व क्षमता, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर व्याख्यान, ड्रिल, खेलकूद तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल रहे। उन्होंने बताया कि कैडेट्स को सेना जैसी दिनचर्या से परिचित कराने के लिए शिविर की रूपरेखा सैन्य वातावरण पर आधारित रखी गई है।
शिविर के दूसरे दिन विशेष सत्र में रायपुर ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी गुरजीत सिंह एवं उनकी टीम ने कैडेट्स को सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यातायात नियमों का पालन केवल जुर्माने से बचने के लिए नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा और समाज की जिम्मेदारी के लिए आवश्यक है। उन्होंने हेलमेट और सीटबेल्ट के अनिवार्य उपयोग, मोबाइल फोन का वाहन चलाते समय उपयोग न करने, ओवरस्पीडिंग से बचने, पैदल यात्रियों को प्राथमिकता देने तथा ट्रैफिक सिग्नलों का पालन करने जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने कैडेट्स को यातायात अनुशासन को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया और कहा कि एनसीसी कैडेट्स समाज में रोल मॉडल बनकर आम नागरिकों को भी जागरूक कर सकते हैं।

इस शिविर में उप शिविर सेनानी कर्नल प्रेमजीत, सूबेदार मेजर थानेश्वर गुरुंग तथा विभिन्न संस्थानों से आए एनसीसी अधिकारी — कैंप एजुटेंट ऑफिसर लेफ्टिनेंट संतोष यादव, लेफ्टिनेंट प्रशांत दुबे, फर्स्ट ऑफिसर पूनम सोंधी, फर्स्ट ऑफिसर सचिन शर्मा, फर्स्ट ऑफिसर के.के. कोशिमा, थर्ड ऑफिसर पूनम बघेल एवं पीआई स्टाफ उपस्थित रहे। शिविर के दौरान सभी अधिकारियों ने कैडेट्स को प्रेरित किया तथा उनके व्यक्तित्व और कौशल विकास में सक्रिय योगदान दिया।