
दुर्ग।राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग ने शानदार उपलब्धि हासिल की और पाँच पुरस्कार अपने नाम किए। यह पुरस्कार महाविद्यालयों, कार्यक्रम अधिकारियों और स्वयंसेवकों की उत्कृष्ट सेवा और सामाजिक योगदान के लिए प्रदान किए गए।

24 सितंबर 2025 को रायपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य राज्य स्तरीय समारोह में यह सम्मान प्रदान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय थे, जिन्होंने पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंत्री श्री टकराम वर्मा (उच्च शिक्षा विभाग, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, संसदीय कार्य) ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. टोपलाल वर्मा (वरिष्ठ प्राध्यापक) और डॉ. अशोक कुमार श्रीती (उपकार्यक्रम सलाहकार एवं रासेया क्षेत्रीय निर्देशक, भोपाल) उपस्थित रहे।
पुरस्कार प्राप्तकर्ता और उनकी श्रेणियाँ:
महाविद्यालय स्तर:
शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव – सर्वश्रेष्ठ एनएसएस इकाई
शासकीय इंदिरा गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, वैशाली नगर, भिलाई – काजल निषाद को सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक
शासकीय रानी रश्मि देवी महाविद्यालय, खैरागढ़ – टिकेंद्र वर्मा को सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक
विद्यालय स्तर:
राजेंद्र भंडारी – सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी
ज्ञान ज्योति स्कूल, चित्रांशु साहू – सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक
यह सम्मान समाजसेवा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, साक्षरता अभियान, रक्तदान शिविर, जनजागरूकता रैलियों और विविध रचनात्मक गतिविधियों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) संजय कुमार तिवारी ने पुरस्कार प्राप्त महाविद्यालयों, कार्यक्रम अधिकारियों और स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए कहा कि यह पुरस्कार उनकी मेहनत, अनुशासन और सामाजिक दायित्वबोध का परिणाम है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व और स्वयंसेवकों द्वारा समाज में योगदान को भी सराहा।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री भूपेंद्र कुलदीप ने कहा कि यह सम्मान स्वयंसेवकों के लिए प्रेरणा और नई ऊर्जा का स्रोत बनेगा। उन्होंने स्वयंसेवकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वे राष्ट्र की करुणा, निःस्वार्थ सेवा और सामूहिक एकता का प्रतीक हैं।

विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक, प्रो. जैनेंद्र कुमार दीवान ने बताया कि यह उपलब्धि कुलपति एवं कुलसचिव के प्रेरक नेतृत्व और मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं थी। समारोह में उपकुलसचिव, वित्त अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे और पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव, डॉ. राजमणि पटेल, श्री राजेश कुमार भंडारी, खेल संचालक, डॉ. दिनेश कुमार नामदेव, वित्त अधिकारी श्रीमती ममता अवस्थी, सहायक कुलसचिव श्री हिमांशु शेखर , श्री दिग्विजय कुमार ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले महाविद्यालयों, कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वयसेवकों को शुभकामनाएं प्रेषित की।