
कोरबा, 27 सितंबर 2025: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 14 साल की मासूम सौरभी चौहान की गुमशुदगी का मामला अब भी अनसुलझा है। 109 दिन पहले सौरभी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस घटना ने सौरभी की मां साधना चौहान को गहरे सदमे में डाल दिया है, और वह रो-रोकर अपनी बेटी की वापसी की आस लगाए बैठी हैं।

मां का दर्द: “मेरी बेटी को ढूंढ दो”
साधना चौहान, जो कोरबा के खरमोर क्षेत्र में अपने एक बेटे और बेटी सौरभी के साथ रहती हैं, ने बताया कि उनकी बेटी 14 साल की थी जब वह अचानक लापता हो गई। साधना ने पुलिस में शिकायत दर्ज की, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी उनकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला है। साधना ने आंसुओं भरी आवाज में कहा, “मेरी बेटी मेरी जिंदगी थी। मैं हर दिन उसकी राह देखती हूं। पुलिस से बार-बार गुहार लगा चुकी हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
सौरभी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद स्थानीय पुलिस ने शुरुआती जांच शुरू की थी, लेकिन परिजनों का आरोप है कि जांच में कोई प्रगति नहीं हुई। साधना का कहना है कि पुलिस ने न तो कोई ठोस कदम उठाया और न ही उन्हें कोई जानकारी दी। इस मामले ने स्थानीय लोगों में भी आक्रोश पैदा किया है, जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।