
आज दिनांक 23 सितंबर 2025 को समाजशास्त्र विभाग में एक महत्वपूर्ण अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अतिथि वक्ता डॉ. के. एन. दिनेश (सहायक प्राध्यापक, कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई) ने “21वीं सदी के भारत में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन” विषय पर विद्यार्थियों को संबोधित किया।
अपने व्याख्यान में डॉ. दिनेश ने छात्रों को शोध कार्य के लिए समकालीन एवं प्रासंगिक मुद्दों का चयन करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने समाजशास्त्र की मूलभूत अवधारणाओं – समिति, संस्था, परिवार एवं समुदाय – पर प्रकाश डालते हुए सामाजिक संरचना, संगठन और विकास क्रम की विस्तृत व्याख्या की। व्याख्यान में उन्होंने सामाजिक परिवर्तन, शहरीकरण, औद्योगिकीकरण, उदारीकरण, निजीकरण एवं वैश्वीकरण (LPG) के प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की।
डॉ. दिनेश ने पूंजीवाद की उपयोगिता और उसके दुष्प्रभावों का विश्लेषण करते हुए FDI, गिग इकॉनमी, तकनीकी विकास, मोबाइल इंटरनेट तथा ICT के समाज पर प्रभावों पर विचार प्रस्तुत किए। साथ ही उन्होंने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के आधार पर उत्पन्न हो रहे नकारात्मक परिवर्तनों की भी चर्चा की।
कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र परिषद की सचिव मानसी यादव ने किया तथा अतिथि वक्ता का परिचय सहायक प्राध्यापक श्रीमती उमा आडिल ने दिया। इस अवसर पर समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. एलिजाबेथ भगत के मार्गदर्शन में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक डॉ. रीना ताम्रकार, शालिनी मेश्राम, डॉ. दीपा बाईन, डॉ. आसावरी हिरवे, निखिल देशलेहरा सहित समाजशास्त्र एवं समाजकार्य विभाग के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।