
Raipur. रायपुर। राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां 28 साल की युवती और 17 साल के नाबालिग लड़के के बीच अफेयर का विवाद अब महिला आयोग से होते हुए बाल संरक्षण आयोग तक पहुंच गया है। युवती ने लड़के पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है, वहीं लड़के के परिवार का कहना है कि युवती ने 50 लाख रुपए की डिमांड कर दबाव बनाया। इस मामले ने पूरे शहर में हलचल मचा दी है।
रिश्ते से शादी तक और फिर विवाद
जानकारी के अनुसार, रायपुर की 28 वर्षीय युवती ने अपने से 11 साल छोटे लड़के से दोस्ती की थी। धीरे-धीरे यह दोस्ती अफेयर में बदल गई। युवती ने लड़के से शादी करने की इच्छा जताई. लेकिन नाबालिग ने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद युवती ने उस पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। बताया जा रहा है कि युवती ने लड़के से 50 लाख रुपए की मांग भी की थी। रुपए नहीं मिलने पर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी।
महिला आयोग में हुई सुनवाई
बुधवार, 17 सितंबर को युवती ने महिला आयोग में पेश होकर आरोप लगाए कि लड़के ने उसका दैहिक शोषण किया है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक के सामने युवती ने यह भी कहा कि उसे लड़के की उम्र की जानकारी नहीं थी। वहीं दूसरी ओर, लड़के के माता-पिता जनसुनवाई में पहुंचे और उन्होंने आयोग को जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और स्कूल दस्तावेज पेश किए। इन दस्तावेजों से स्पष्ट हुआ कि लड़का अभी केवल 17 साल का है और शादी की कानूनी उम्र 21 वर्ष से चार साल छोटा है।
आयोग ने सुनवाई से किया इंकार
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने कहा कि चूंकि मामला नाबालिग से जुड़ा है, इसलिए यह महिला आयोग के दायरे में नहीं आता। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मामला बाल संरक्षण आयोग के पास भेजा जा रहा है। डॉ. नायक ने कहा- “लड़का नाबालिग है, इसलिए इस मामले में महिला आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। इसे बाल संरक्षण आयोग को सौंपा जा रहा है। साथ ही आयोग को पत्र भी भेजा जाएगा, ताकि आगे की कार्रवाई वहीं से हो।”
11 साल का अंतर, युवती ने दिया अस्पष्ट जवाब
सुनवाई के दौरान आयोग ने युवती से पूछा कि आखिर वह अपने से 11 साल छोटे लड़के से रिश्ते में कैसे आई। इस पर युवती स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई। जब उससे पूछा गया कि क्या उसे लड़के की उम्र पता थी, तो उसने कहा कि फरवरी 2025 में पुरानी बस्ती थाना जाने के दौरान ही उसे इसकी जानकारी मिली। युवती ने आयोग के सामने यह भी दोहराया कि उसका दैहिक शोषण हुआ है और लड़के के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
लड़के के परिवार की शिकायत
इधर, नाबालिग के माता-पिता ने भी युवती के खिलाफ बाल संरक्षण आयोग में केस दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि युवती ने उनके बेटे को फंसाने की कोशिश की और शादी व 50 लाख की मांग कर दबाव बनाया। महिला आयोग की अध्यक्ष ने युवती को समझाते हुए कहा कि लड़कियों को नाबालिग लड़कों के साथ रिश्तों में नहीं पड़ना चाहिए। यह न केवल कानून के खिलाफ है बल्कि सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण से भी गलत है। फिलहाल यह मामला महिला आयोग से बाल संरक्षण आयोग को भेज दिया गया है। अब आगे की जांच और कार्रवाई वहीं से होगी। लड़के की उम्र साबित करने वाले दस्तावेज भी आयोग को सौंपे जा चुके हैं। इस पूरे प्रकरण ने रायपुर में हलचल मचा दी है। एक ओर युवती खुद को पीड़ित बता रही है, तो दूसरी ओर लड़के का परिवार युवती पर ही गंभीर आरोप लगा रहा है। मामला अब कानूनी दायरे में पहुंच चुका है और बाल संरक्षण आयोग की जांच के बाद ही सच सामने आ पाएगा।