
15 सितंबर। अयोध्या से वाराणसी जा रही 50 श्रद्धालुओं से भरी एक लग्जरी स्लीपर बस जौनपुर में हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 9 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए. बस में सवार सभी यात्री छत्तीसगढ़ के बताए जा रहे हैं, जो धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकले थे।
यूपी के जौनपुर में सोमवार देर रात एक बड़ा सड़क हादसा हुआ. इस हादसे में अयोध्या से वाराणसी जा रही एक लग्जरी स्लीपर बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 9 लोग घायल हो गए. यह घटना जौनपुर के लाइनबाजार थाना क्षेत्र में सिहीपुर क्रॉसिंग के पास हुई.
दुर्घटना तब हुई जब बस (CG 07 CT 4781) एक टेलर को ओवरटेक करने की कोशिश कर रही थी. इस बाबत जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरु किया. सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ओवरटेक करने के चक्कर में बस का दाहिना हिस्सा ट्रेलर से टकरा गया, जिससे वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. बस में करीब 50 यात्री सवार थे, जिनमें से ज्यादातर छत्तीसगढ़ से थे. यह बस छत्तीसगढ़ से धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकली थी. बस में सवार यात्री अयोध्या से दर्शन कर वाराणसी जा रहे थे इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है.
जिनकी हुई मौत
आशा भवाल पत्नी अपरन भवाल थाना गोंडा हूर जिला कांकेर, छत्तीसगढ़,
गुलाबदेवी पत्नी कुशव साहू गांव अम्मीडीहा, टोलागांव थाना डांगर गांव, जिला राजनाथ गांव, छत्तीसगढ़
रेखा बनिक (55)
बस चालक दीपक
फिलहाल, पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायलों का इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि हादसे के असली कारणों का पता लगाया जा सके, मृतको/घायलों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है. अस्पताल में तांता लगा हुआ है.
पखांजूर से निकली थी श्रद्धालुओं भरी बस
ट्रेवल्स का नाम बालाजी है। सारे यात्री पखांजूर से बैठे थे। बस की बुकिंग भी वहीं से हुई है। बस में दो ड्राइवर सवार थे। जिसमें अर्जुदा, बालोद निवासी ड्राइवर सुरक्षित है। एक ड्राइवर दीपक की मौत हो गई है।
7 सितंबर को रवाना हुए थे सभी यात्री
बस में सवार दिलीप दास ने बताया कि हम 50 लोगों का एक ग्रुप 7 सितंबर को छत्तीसगढ़ से निकला था। हम सभी लोगों ने पहले अमर कंटक, मैहर देवी, चित्रकूट, वृंदावन, अयोध्या और फिर काशी विश्वनाथ दर्शन करने जा रहे थे।
रविवार सुबह वृंदावन से अयोध्या धाम पहुंचे थे। हमने रामलला का दर्शन किया और अन्य मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की। इसके बाद ऑटो से अयोध्या घूमा। फिर रात 11 बजे खाना खाने के बाद हम सभी बस में बैठ गए। रात ज्यादा हो गई थी, इसलिए सभी लोग सो गए थे।