बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र में शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब गतौरा शासकीय स्कूल में नशे में धुत एक ग्रामीण ने व्याख्याता पर बेरहमी से हमला कर दिया। घटना के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। घायल शिक्षक का अस्पताल में इलाज जारी है और पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बिलासपुर 14 सितंबर 2025। मस्तूरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गतौरा गांव स्थित शासकीय स्कूल में शुक्रवार को हुई घटना ने शिक्षकों और छात्रों को दहला दिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सरकंडा स्थित राजकिशोरनगर निवासी व्याख्याता जगत राम खूंटे प्रतिदिन की तरह शुक्रवार को स्कूल पहुंचे थे। दोपहर करीब तीन बजे गांव का निवासी दीपराज उर्फ लाला कुर्रे शराब के नशे में धुत होकर स्कूल परिसर में आ धमका। आते ही उसने शिक्षकों पर आरोप लगाया कि उसकी बेटी, जो दसवीं कक्षा की छात्रा है, के साथ स्कूल स्टाफ ने मारपीट की है।
आरोपी ने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। स्टाफ ने मामले को शांत करने की कोशिश की और आरोपी को समझाया कि उसकी बेटी को बुलाकर अगले दिन मामले की चर्चा की जाएगी। इस पर वह कुछ समय के लिए वहां से चला गया। लेकिन थोड़ी देर बाद वह अपने घर से लाठी लेकर वापस आया। इस बार उसने शिक्षकों से शराब पीने के लिए रुपये की मांग की। जब शिक्षकों ने रुपये देने से इंकार किया तो आरोपी भड़क गया और लाठी से जगत राम खूंटे पर हमला कर दिया।
बीच-बचाव करने आए शिक्षक सुनील गढ़ेवाल पर भी उसने हमला किया। घटना के बाद घायल व्याख्याता को सहकर्मियों और स्कूल स्टाफ की मदद से तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। इस घटना के बाद स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और पढ़ाई का माहौल पूरी तरह से प्रभावित हुआ।
घटना की शिकायत मस्तूरी थाने में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मस्तूरी पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ग्रामीणों के अनुसार, आरोपी दीपराज कुर्रे पहले भी नशे में विवाद कर चुका है और गांव में कई बार झगड़े की स्थिति उत्पन्न कर चुका है। इस घटना से ग्रामीणों में भी रोष है। शिक्षकों का कहना है कि ऐसे हमले स्कूलों के माहौल को बिगाड़ते हैं और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा अधिकारियों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया है। साथ ही, अभिभावकों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों की देखभाल करें और स्कूल में शांति बनाए रखने में सहयोग करें।