
रायपुर, 13 सितंबर 2025।
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में उन्होंने घोषणा की कि पांच हजार शिक्षकों की भर्ती अगले शिक्षा सत्र से पहले पूरी कर ली जाएगी। वहीं, राजपत्रित अधिकारियों की भर्ती लोक सेवा आयोग (पीएससी) के माध्यम से होगी।
मंत्री यादव ने शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा छपाई से लेकर वितरण तक की प्रक्रिया एक ही टेंडर से की जाए ताकि समय और राशि दोनों की बचत हो सके।
बैठक में सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, संचालक ऋतुराज रघुवंशी, समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक संजीव कुमार झा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
ऑनलाइन उपस्थिति और पारदर्शिता पर जोर
मंत्री ने कहा कि शिक्षकों और जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति ऑनलाइन और परिसर स्तर पर अनिवार्य रूप से दर्ज की जाए, ताकि पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।
पुस्तक वितरण और भवनविहीन स्कूल
पाठ्यपुस्तक वितरण की समीक्षा के दौरान मंत्री यादव ने निर्देश दिया कि यह स्पष्ट किया जाए कि कितने स्थानों पर वितरण शेष है और कितनी अतिरिक्त मांग बची हुई है। साथ ही भवनविहीन स्कूलों को फुल फर्निश्ड स्कूलों में बदलने और बजट के बेहतर उपयोग की योजना बनाने पर भी चर्चा हुई।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष कक्षाएं
बैठक में निर्णय लिया गया कि बड़े शहरों में जहां शासकीय भवन उपलब्ध हैं, वहां नीट और जेईई की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों के सहयोग से कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
शिक्षक प्रशिक्षण और दक्षता मूल्यांकन
मंत्री ने बताया कि स्कूलों की परीक्षा समाप्त होने के बाद जिला और ब्लाक स्तर पर शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। प्रशिक्षण उपरांत परीक्षा लेकर उनकी दक्षता का मूल्यांकन होगा और इसके लिए एक स्पष्ट शैक्षणिक कैलेंडर तैयार किया जाएगा।
साथ ही, शाला त्यागी बच्चों को पुनः विद्यालयों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने और शाला प्रवेश उत्सव के समय सामग्रियों के वितरण की अग्रिम कार्ययोजना बनाने पर भी जोर दिया गया।