
दुर्ग, 10 सितम्बर।
शासकीय विश्वनाथ तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग में छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की रजत जयंती समारोह बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पुस्तक मेला एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे ने अपने उद्बोधन में कहा कि : “छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्षों की यह यात्रा हम सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे संघर्ष और परिश्रम से प्रदेश को विकसित राज्यों की श्रेणी में ले जाने में अपनी भूमिका निभाएँ।“

इस अवसर पर आयोजित दो विशेष व्याख्यानों में
प्रो. डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने : “छत्तीसगढ़ @ 2050” विषय पर प्रस्तुति दी और राज्य के विकास के लिए अधोसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सामाजिक समानता की आवश्यकता पर बल दिया।
सहायक प्राध्यापक डॉ. कुसुमांजलि देशमुख ने : “छत्तीसगढ़ @ 2047” विषय पर भारत की स्वतंत्रता से लेकर भविष्य तक की यात्रा का रोचक प्रस्तुतिकरण किया।

विशिष्ट अतिथि जिला भाजपा अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कौशिक ने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी को दिया और कहा कि अब 2050 तक राज्य को विकसित बनाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। इसी प्रकार महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री शिवेन्द्र सिंह परिहार ने विद्यार्थियों को समाज के हित में चिंतनशील रहने की प्रेरणा दी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश ने 25 वर्षों में अनेक उतार-चढ़ावों के बावजूद हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने पुस्तक मेले की महत्ता बताते हुए कहा कि अच्छी पुस्तकें विद्यार्थियों की दिशा और दशा दोनों बदल सकती हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अम्बरीश त्रिपाठी तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अभिनेष सुराना ने किया। ग्रंथालय में आयोजित दो दिवसीय पुस्तक मेले में देशभर के 10 से अधिक प्रमुख प्रकाशक शामिल हुए। विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों ने उत्साहपूर्वक पुस्तकें खरीदीं। ग्रंथपाल डॉ. विनोद अहिरवार ने इसे महाविद्यालय के लिए अनूठा अवसर बताया।

समारोह का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ, जिसे छात्राएँ छवि परमार, लोकेश्वरी और जयंती ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।

उल्लेखनीय है कि आगामी 12 सितम्बर को जॉब फेयर तथा भूतपूर्व विद्यार्थियों का सम्मेलन एवं परिचर्चा महाविद्यालय में आयोजित होगी।